Faridabad/Alive News: पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य द्वारा ड्यूटी के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों की हौसलाअफजाई करने के लिए ‘हीरो ऑफ द वीक’ अभियान शुरू किया गया था। जिसमें सम्मानित किए जाने वाले पुलिसकर्मियों के साथ चाय पर चर्चा कर उनके द्वारा किए गए कार्य के बारे में जाना गया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जिन पुलिसकर्मियों ने अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है उन्हें पुलिस आयुक्त ने अपने कार्यालय में चाय पर चर्चा करते हुए उनके कार्यों के अनुभवों के बारे में जाना गया। साथ ही चाय पर चर्चा करते हुए पुलिस कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए उनसे सुझाव व उनके व्यक्तिगत समस्या के बारे में पूछकर उनकी समस्याओं का समाधान किया गया और बतौर हीरो सम्मानित करने के लिए प्रशंसा पत्र व इनाम दिया गया।
सेन्ट्रल जोन
29 अप्रैल को सैक्टर-16 की मार्किट में एक व्यक्ति के द्वारा एटीएम मशीन से बार-बार पैसे निकालते हुए देखा। जिसको शक होने पर चैक किया तो आशीष नाम के व्यक्ति से 38 एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंक के तथा 7.80 लाख रुपए तथा 8 अलग अलग कम्पनियो के मोबाइल नम्बर सहित फोन तथा एक मोटरसाइकिल बरामद हुई। आरोपी को प्रबंधक थाना सेक्टर-17 के हवाले किया गया है जिसके खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में थाना साइबर सेन्ट्रल में मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी से पूछताछ के दौरान उसने अपने साथी संजय के बारे में जानकारी दी जो बुलंदशहर का रहने वाला है। आरोपी की जानकारी के आधार पर आरोपी संजय को खेड़ीपुल से गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि उनका एक साथी पवन फरार है जिसके लिए आशीष काम करता था। आरोपी मजदूरी करने वाले लोगों को 1 लाख रुपए लोन दिलवाने का लालच देकर उनका एटीएम तथा चेकबुक ले लेते थे और बदले में उन्हें 10 हजार रूपए दे देते थे। इस मामले में मुख्य आरोपी पवन को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपी पवन उन खातों में कहां से पैसे डलवाता था इसकी जानकारी पवन से पूछताछ कर प्राप्त की जाएगी
क्राइम ब्रांच
साइबर सेल में तैनात मुख्य सिपाही दिनेश कुमार ने छान्यसा थाने में हत्या की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमा नंबर 63 में सवा महीने से फरार चल रहे आरोपी दीपक तथा कृष्णा को गिरफ्तार करवाने में तकनीकी सहायता प्रदान करके अहम भूमिका निभाई थी। 21 मार्च को छायंसा के केजीपी पुल यमुना नहर के पास रेनू नामक युवती का शव मिला जिसके गले पर काफी चोट के निशान थे। आरोपियो से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी दीपक मृतिका रेनू को पिछले 5/6 साल से जानता है औऱ साथ रह रहा था। मृतिका अभी 2/3 साल से बाहर रह रही थी जो अभी गुरुग्राम में आई थीऔर एक घर अफोर्डेबल हाउस लेने की तलाश में थी जिसके लिए उसने अपने दोस्त से इस बारे में बात की। आरोपी ने मृतिका के खाते में 30 लाख रुपए देखे तो आरोपी को लालच आ गया। युवती को घुमाने के बहाने से केजीपी, यमुना नदी लेकर गये और मौका देखकर और अपने साथी कृष्ण के साथ मिलकर रस्सी से गला दबा कर हत्या की वारदात को अनजाम दिया और डेड बॉडी को छुपाने के लिए छायंसा केजीपी पुल के पास फेंक गए। आरोपी दीपक ने मृतिका के फोन से अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।
क्राइम ब्रांच 48 में तैनात सिपाही संदीप ने स्नैचिंग की चार वारदातों में मोबाइल छीनने वाले 8 आरोपियों रोहित, मोहित, आबिद, रोबिन, नासिर उर्फ भोपा, कामिल, रामू तथा मुकेश को तकनीकी व गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर मार्च व अप्रैल महीने में अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार करवाने में अहम भूमिका निभाई है। आरोपियों से मुकदमों में 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी रोबिन तथा नासिर के खिलाफ स्नैचिंग तथा चोरी के तीन-तीन मुकदमे दर्ज हैं।
क्राइम ब्रांच ऊंचागांव में तैनात मुख्य सिपाही ललित ने 10 अप्रैल को आदर्श नगर थाने में स्नेचिंग की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे में तकनीकी सहायता के आधार पर दयालपुर निवासी आरोपी पंकज तथा रोहित को वारदात के मात्र 12 घंटे में गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। उक्त दोनों आरोपियों ने रात करीब 11 बजे मोहना रोड़ पर एक बाइक सवार के आगे अपनी मोटरसाइकिल लगाकर उसके साथ मारपीट की और उससे 6200 रुपए तथा कागजात छीन लिए। क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपियों के कब्जे से ₹5000 तथा वारदात में प्रयोग मोटरसाइकिल बरामद की गई।
क्राइम ब्रांच 65 में तैनात सिपाही पूरणमल ने चोरी तथा अवैध हथियार के मामले में तीन आरोपियों रफीक, तैयब खान उर्फ अमीर तथा तालीम को गिरफ्तार करवाने में अहम भूमिका निभाई। आरोपी रफीक तथा तैयब खान मथुरा जिले के दोताना गांव के रहने वाले हैं वहीं आरोपी तालीम राजस्थान के भरतपुर का निवासी है। आरोपियों से मामले में पूछताछ करने पर आरोपी रफीक तथा तैयब खान से चोरी के आठ मुकदमे ट्रेस किए गए। आरोपी अलग-अलग स्थान से मोटरसाइकिल चोरी करते थे और उन्हें औने पौने दामों में बेच देते थे। सबसे पहले 5 अप्रैल को आरोपी रफीक को चोरी की मोटरसाइकिल के मुकदमे में गिरफ्तार किया गया था और उसके कब्जे से एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। आरोपी से पूछताछ करने पर उससे तीन अन्य मामलों में 1 स्कूटी तथा 4300 बरामद किए गए। आरोपी तैय्यब को 8 अप्रैल को देसी कट्टे सहित गिरफ्तार किया गया था जिसने पूछताछ के दौरान चोरी के चार अन्य वारदातों के बारे में जानकारी दी जिसके आधार पर आरोपी तालीम को गिरफ्तार किया गया और आरोपियों के कब्जे से पूर्व में की गई मोटरसाइकिल चोरी की चार मुकदमों में 6600 बरामद किए गए।
एनआईटी जोन
पुलिस चोकी नम्बर 2 में तैनात मुख्य सिपाही जय प्रकाश ने कोतवाली थाने में अपहरण की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे में त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 वर्षीय नाबालिक लड़की को नीलम बाटा रोड से मात्र 30 घंटे में बरामद करने में सफलता हासिल की। पुलिस टीम ने लड़की की तलाश के लिए कई स्थानों पर लोगों से पूछताछ की सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तकनीकी की सहायता ली गई। पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्य किया और मामले में सफलता हासिल करते हुए नाबालिक लड़की को इंस्टाग्राम की मदद से तलाश करके सकुशल उसके परिजनों के हवाले किया गया। लड़की से पूछताछ करने पर पता चला कि वह अपनी मर्जी से घर से चली गई थी लेकिन उसके परिजनों को शक था कि उसका अपहरण हो गया है तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दी जिसके आधार पर अपहरण की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके लड़की की तलाश के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया जिन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए लड़की को सकुशल बरामद किया।
पुलिस चौकी सीकरी में तैनात मुख्य सिपाही मनोज द्वारा सेक्टर 58 थाने में चोरी की धाराओं के तहत 4 मई को दर्ज मुकदमे में गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अगले ही दिन आरोपी सुनील तथा धर्मेंद्र निवासी सिकरी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी सुनील सीकरी स्थित एक कंपनी में सुपरवाइजर का काम करता था। कंपनी पिछले करीब 6 महीने से बंद पड़ी थी जो आरोपी ने अपने साथी धर्मेंद्र के साथ मिलकर कंपनी से लोहे का 545 किलोग्राम सामान चोरी किया था। मुख्य सिपाही मनोज ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया जिसमें उसने अपने साथी आरोपी धर्मेंद्र के बारे में जानकारी दी। इसके पश्चात आरोपी धर्मेंद्र को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से चोरी किया हुआ सारा सामान तथा वारदात में प्रयोग गाड़ी बरामद की गई। पुलिस पूछताछ के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
सुरक्षा शाखा
थाना ओल्ड में बतौर सुरक्षा सहायक तैनात एएसआई रामपाल ने आदर्श आचार संहिता लगने के बाद अब तक अवैध शराब के 6 मुकदमे दर्ज करवा 6 आरोपियों के कब्जे से 7 पेटी देशी व 2.5 पेटी अंग्रेजी बरामद कराई है। साथ ही आर्म्स एक्ट व जुआ अधिनियम का एक-एक मुकदमा दर्ज करवा 1 तेजधार चाकू व 1400 रुपए बरामद करवाए।
थाना सूरजकुंड में बतौर सुरक्षा सहायक तैनात मुख्य सिपाही सुरेंद्र ने आदर्श आचार संहिता लगने के बाद अब तक अवैध शराब के 4 मुकदमे दर्ज करवा 3 आरोपियों के कब्जे से 93 पेटी देशी व 1 पेटी अंग्रेजी शराब तथा एक कोरोला गाड़ी व एक स्कूटी बरामद कराई है।
थाना पल्ला में बतौर सुरक्षा सहायक तैनात सिपाही होशियार ने आदर्श आचार संहिता लगने के बाद अब तक अवैध शराब के 10 मुकदमे दर्ज करवा 10 आरोपियों के कब्जे से 61 लीटर कच्ची शराब, 2.5 पेटी देशी व 1.5 पेटी अंग्रेजी बरामद कराई है। साथ ही जुआ अधिनियम का एक मुकदमा दर्ज करवा 1050 रुपए बरामद करवाए।