फरीदाबाद : पूर्व राष्ट्रपति स्व.डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आजाद युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे, जिनका अनुसरण कर विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत कर अपने हस्ताक्षरों को आटोग्राफ में तब्दील करने का प्रयास करना चाहिए। युवा पीढ़ी की कलाम को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी, क्योंकि मिसाइल मैन युवाओं को सदैव इस बात के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं।
डॉ. कलाम के जीवन से इस प्रेरणा को सफलता के मूल मंत्र के रूप में भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने प्रस्तुत किया। केंद्रीय राज्य मंत्री मंगलवार को सोनीपत में गेट वे एजुकेशन एंड चेरिटेबल सोसायटी के तत्वावधान में विश्व ग्राम के सहयोग से भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम आजाद के 84वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित युवा प्रेरणा दिवस में उपस्थित युवाओं को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने की। अपने संबोधन में गुर्जर ने डॉ.कलाम के संपूर्ण जीवन को प्रेरणासागर की संज्ञा दी। इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक प्रो.आर.के.गर्ग व हरिप्रकाश मंगला ने कृष्णपाल गुर्जर, अध्यक्ष इंद्रेश कुमार व मुख्य वक्ता को पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
इस दौरान मंच का संचालन सुनंदा ने किया। इस दौरान राहुल मंगला, अनिल कुमार, सत्यभूषण जैन, निर्मल खंडेलवाल आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूली छात्राओं ने सरस्वती वंदना से किया। छात्राओं ने वंदे मातरम् गीत की भी सुंदर प्रस्तुति दी।