नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर लगातार दूसरे हफ्ते संसद में जारी गतिरोध के बीच वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि वह उस वक्त हैरान रह गए जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी सास इंदिरा गांधी का नाम धमकी के तौर पर इस्तेमाल किया। साथ ही उन्होंने राहुल पर हमला बोलते हुए कहा कि वह हर मुद्दे पर शिकायत करना बंद करें।
आज तक बदले की बात करते हैं
अरुण जेटली ने कहा कि विपक्ष जान-बूझकर संसद नहीं चलने दे रहा। हर घंटे संसद में रुकावट डालने की उनकी वजह बदल जाती है, उन्हें खुद नहीं पता कि वे क्यों संसद नहीं चलने दे रहे। सदन के वेल में उन्होंने बदले का नारा लगाया और आज तक बदले की बात करते रहे हैं और जब हमने पूछा कि सरकार ने किया क्या है?
नेशनल हेराल्ड मामले पर जेटली
जेटली ने कहा कि एक बहुत ही संदिग्ध किस्म का लेन-देन हुआ है, वे सब कुछ देखते-समझते हुए इस लेन-देन में शामिल हुए हैं। इससे हमें कोई लेना-देना नहीं था और जब सरकार को शिकायत मिलती है तो वह कार्रवाई करेगी, लेकिन इस मामले में ईडी ने एक नोटिस तक जारी नहीं किया। ये एक निजी शिकायतकर्ता और एक संगठन और उसके निदेशकों के बीच का विवाद है, जो जारी है। वे कानूनी हल के लिए हाईकोर्ट गए तो ये एक निजी शिकायत है, जो कोई दायर कर सकता है और इसे कोर्ट में वैध तौर पर चुनौती दे सकता है।
कहां है बदला ?
हाईकोर्ट में आप हारते हैं और लौटकर कहते हैं कि ये बदला है। क्या ये आदेश सरकार ने पास किया है, क्या सरकार ने आपको समन किया है- या किसी सरकारी एजेंसी ने ? जवाब है नहीं। तो कहां है बदला ? तो आप बदले से केरल और पंजाब तक चले जाते हैं- आपको मालूम है कि इतने विशाल देश में कहीं न कहीं कुछ अच्छा-बुरा घटता रहता है तो आप संसद नहीं चलने देते हैं।
शिकायत करने वाले सिंड्रोम से बाहर आना होगा
जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि परिपक्व राजनीति के लिए हमें हर बात पर शिकायत करने वाले सिंड्रोम से बाहर निकलना होगा। क्या आप राहुल को हर बात पर शिकायत करने वाला बता रहे हैं के सवाल पर जेटली बोले, नहीं, मैंने अभी असम के एक मंत्री का बयान देखा है, जिसमें उन्होंने राहुल के मंदिर में घुसने नहीं देने के आरोप को नकार दिया है। मंत्री ने कहा कि राहुल के आरोप सही नहीं हैं।
तो क्या इसलिए आप कह रहे हैं कि राहुल हर बात पर सिर्फ शिकायत करते हैं? जेटली ने कहा, मैं इन दो विशेषणों का इस्तेमाल नहीं करना चाहता, लेकिन ये एक ऐसी पार्टी है जो हर दिन नए-नए बहाने देती है, अगर ये हर बात पर शिकायत करने की प्रवृत्ति नहीं है तो क्या है?
कांग्रेस संसद चलने देना चाहती है या नहीं
मुद्दा जीएसटी नहीं है, मुद्दा ये है कि कांग्रेस संसद को चलने देना चाहती है या नहीं, कांग्रेस भारत की अर्थव्यवस्था में मददगार होना चाहती है या नहीं। वे राजनीति कर रहे हैं। उन्हें राजनीति करने का हक़ है, लेकिन इस राजनीति के असर से राष्ट्रीय हितों को चोट नहीं पहुंचनी चाहिए। किसी भी जिम्मेदार पक्ष को इसका ख्याल रखना चाहिए।