न्यूयॉर्क 4 मई : बच्चे के पैदा होते ही डॉक्टर उसे मां का दूध पिलाने के लिए कहता है। एक तरह से नवजात के लिए मां का दूध अमृत समान माना जाता है। कहते हैं कि बच्चे के लिए उसकी मां का दूध सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। ख़ासकर समयपूर्व जन्मे बच्चे के लिए यह और भी फायदेमंद माना जाता है। इसको पीने से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास दुरुस्त होता है।
नए शोध से पता चला है कि मां का दूध समय पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों के मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाता है। अमेरिका के सैंट लुइस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में सीनियर रिसर्चर सिंथिया रोजर्स ने बताया कि “निश्चित समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों का मस्तिष्क आमतौर पर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है। शारीरिक विकास में मां के दूध की अहम भूमिका को देखते हुए हम मस्तिष्क में भी इसके प्रभाव को देखना चाहते थे”।
उन्होंने बताया कि “एमआरआई स्कैन से हमने पाया कि अधिक स्तनपान करने वाले बच्चों का ब्रेन वॉल्यूम अधिक बड़ा होता है। यह इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पहले किए गए कई अध्ययनों में ब्रेन वॉल्यूम और संज्ञानात्मक विकास (कॉग्नेटिव डेवलपमेंट) के बीच संबंध मिले हैं”।