Patna: हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए पितरों की आत्मा की शांति एवं मुक्ति के लिए आश्विन मास के कृष्ण पक्ष (पितृपक्ष या महालय पक्ष) में पिंडदान अहम कर्मकांड है। इस अवधि के दौरान लोग पिंडदान करते हैं। बिहार का गया पिंडदान के लिए सर्वोत्तम स्थल माना जाता है। गया में इस वर्ष (15 से 30 सितंबर) के बीच पितृपक्ष मेला लगने जा रहा है। इस मेले में देश और विदेश के श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा शांति एवं मुक्ति के लिए पिंडदान करने आते हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पिंडदान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए टूर पैकेज की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की है।
गया में पिंडदान के लिए स्पेशल पैकेज…
इस वर्ष पितृपक्ष के दौरान गया में लाखों लोगों के पहुंचने की संभावना है। आने वाले लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए राज्य पर्यटन विभाग ने नई पहल की है। गया आने वाले पिंडदानियों के लिए कई तरह के पैकेज की घोषणा की गई है। बिहार पर्यटन विकास निगम के जनसंपर्क अधिकारी गजेंद्र सिंह ने आईएएनएस को बताया, “गया में 15 से 30 सितंबर के बीच पितृपक्ष मेला होगा। इस मौके पर पिंडदान करने की परंपरा है। पिंडदान करने वालों के लिए स्पेशल टूर पैकेज जारी किया गया है, जिससे ऑनलाइन बुकिंग कराई जा सकती है।”
वेबसाइट पर उपलब्ध हैं ये सुविधाएं…
उन्होंने बताया कि इसके जरिए कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी स्थान से बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की वेबसाइट पर जाकर पिंडदान से जुड़े विभिन्न पैकेज की बुकिंग करा सकता है। इसके लिए वेबसाइट पर ई-मेल आईडी के अलावा बैंक खाता संख्या भी उपलब्ध है। निगम के एक अधिकारी के अनुसार, बुकिंग जारी है, और साथ ही कई लोग इसके बारे में जानकारी भी प्राप्त कर रहे हैं। इस पैकेज में खाने-पीने, होटल में ठहरने, आने-जाने के लिए वातानुकूलित कार, पूजन सामग्री के साथ पंडा के दक्षिणा तक की सुविधाएं शामिल हैं।
एक दिन का पैकेज 8,174 रुपये…
अधिकारी ने बताया कि निगम की ओर से पटना से गया के लिए एक व्यक्ति का एक दिन का पैकेज 8,174 रुपये है, जबकि गया के लिए एक व्यक्ति के दो दिन का पैकेज 11,407 रुपये का है। उन्होंने बताया कि गया के तीन पैकेज हैं। इसमें दो दिन का पैकेज गया से बोधगया, राजगीर, नालंदा और वापसी गया है। दूसरा पैकेज एक दिन गया में पिंडदान के बाद ठहराव का है, जबकि तीसरा पैकेज एक दिन का सिर्फ गया में पिंडदान का है।
45 वेदियों पर होता है पिंडदान…
अलग-अलग पैकेज में अलग-अलग तरह की सुविधाएं हैं। गया के बारे में मान्यता है कि पिंडदान के लिए इस मोक्षदायिनी भूमि में 45 वेदियां विद्यमान हैं, जहां पिंडदान किया जाता है। फल्गु नदी के तट पर बसे गया में विष्णुपद मंदिर के अलावा अन्य पिंड स्थलों में रामशिला, प्रेतशिला, मंगला गौरी, सूर्यकुंड, गोप्रचारिणी, ब्रतासरोवर, फल्गु घाट प्रमुख हैं।
इंटरनेट के अलावा फोन से भी जानकारी ले रहे हैं श्रद्धालु…
गया के पंडा अखिलेश्वर बताते हैं कि इंटरनेट के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु फोन द्वारा संपर्क कर जानकारी हासिल कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार पिछले वर्ष से अधिक भीड़ आने की संभावना है। गया के जिलाधिकारी कुमार रवि बताते हैं कि पितृपक्ष में अत्यधिक भीड़ की संभावना के मद्देनजर व्यवस्था काफी ठीक की जा रही है तथा पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं।