November 6, 2024

पत्रकार सुसाईड मामला : पूजा ने ही लिखा था सुसाईड नोट, फारेंसिक जांच में हुआ खुलासा

Faridabad/Alive News : पूजा तिवारी मृत्यु प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया है। अपनी मौत से पहले पूजा तिवारी ने जो सुसाईड नोट लिखा था, उसकी फारेंसिक जांच में उसकी पुष्टि हो गई है। इस जांच में आत्महत्या से पहले लिखे गए इस सुसाईड नोट की राईटिंग पूजा तिवारी की ही है। मधुबन भेजे गए इस सुसाईड नोट की लिखावट की जांच हो गई है। यह लिखावट पूजा तिवारी की ही है। इस बात का खुलासा पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी ने स्वयं किया है।

यहां बता दें कि पूजा तिवारी एक वेबपोर्टल में काम करती थी और उसकी पिछले महीने सैक्टर 46 स्थित सदभावना अपार्टमेंट की पांचवी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। जिस समय पूजा की मौत हुई, उस वक्त वह ना केवल नशे की हालत में थी, बल्कि उसके साथ उसका दोस्त एवं पुलिस इंस्पेक्टर अमित कुमार एवं उसकी सहेली अमरीन भी उपस्थित थी। पूजा व अमित के बीच गहरी दोस्ती थी। पूजा की मौत के बाद खबर यह फैल गई कि उसकी मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। हत्या का आरोप पूजा के दोस्त इंस्पेक्टर अमित पर लगा। अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने के लिए अमित ने डीसीपी पूरणचंद्र पंवार के समक्ष पेश होकर पूजा तिवारी का सुसाईड नोट पेश कर दिया।

अमित कुमार द्वारा सौंपे गए इस सुसाईड नोट में पूजा तिवारी ने अपनी मौत के लिए डा. अनिल गोयल उनकी पत्नी डा. अर्चना गोयल एवं एक पत्रकार को दोषी ठहराया था। डीसीपी को सौंपे जाने से पहले यह नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था। हालांकि चर्चा यह भी है कि इस सुसाईड नोट के माध्यम से इंस्पेक्टर अमित कुमार उपरोक्त मामले को घुमाने का प्रयास कर रहा है। इस सुसाईड नोट को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन पुलिस ने इस सुसाईड नोट की सत्यतता को जांचने के लिए उसे मधुबन स्थित फारेंसिंक लैब में भेजा था। हाल ही में सुसाईड नोट की रिपोर्ट पुलिस के पास आई है, इस रिपोर्ट के मुताबिक उसमें जो लिखावट है, वह मृतका पूजा की है। पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी ने बताया कि यह रिपोर्ट इस मामले की जांच कर रही एसआईटी प्रमुख आस्था मोदी के पास है और वह ही इस पर अगली कार्रवाई करेंगी। यहां बता दें कि इस मामले में मृतका पूजा तिवारी की मुंहबोली भाभी ने जहां इस घटना के लिए इंस्पेक्टर अमित को दोषी माना था, वहीं उसके मुंहबोले भाई ने इस सारे में मामले में पत्रकार की मिलीभगत भी बताई थी।

मृतका के मुंहबोले भाई प्रणय शुक्ला एवं पूजा के पिता ने पत्रकारों को दिए अपने इंटरव्यू में पूजा की इस हालत के लिए पत्रकार को भी जिम्मेदार माना था। उनका कहना था कि पूजा को आगे बढ़ाकर वह पीछे हट गया, जिस वजह से पूजा फंस गई थी। उल्लेखनीय है कि पूजा तिवारी ने एक फर्जी पत्रकार अनुज मिश्रा के साथ मिलकर कन्या भू्रण की जांच करने वाले एक डाक्टर धवल का स्टिंग किया था। इस स्टिंग में डा. धवल ने डा. अनिल गोयल व उनकी पत्नी अर्चना गोयल के माध्यम से जांच करवाने की बात कही थी। इस मामले में अपना नाम आते ही डा. अनिल गोयल ने पुलिस में शिकायत देकर पूजा तिवारी व फर्जी पत्रकार अनुज मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इस घटना के करीब २५ दिन बाद पूजा की संदिगध अवस्था में मृत्यु हो गई। वहीं अब इस सुसाईड नोट में मृतका की लिखावट सही मिलने के बाद जांच की दिशा और दशा दोनों ही बदल गई है।

यहां बता दें कि पूजा तिवारी के पिता और मां ने सीधे तौर पर फरीदाबाद पुलिस पर जांच में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है। पूजा की मां ने धमकी दी है कि यदि पुलिस ने सुसाईड नोट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो वह जंतर मंतर दिल्ली पर जाकर आत्मदाह कर लेंगी। पूजा तिवारी की मां की धमकी के बाद से पुलिस खासी प्रेशर में है। देखना अब यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।