April 30, 2024

धान की सरकारी खरीद किए जाने के नाम पर किसान को लुट रही है भाजपा : चौटाला

Baban/Alive News : विपक्ष के उपनेता व खेलरत्न अभय सिंह चौटाला ने आज बाबैन अनाज मंड़ी में धान के भाव में भारी कटौती कर रही भाजपा सरकार के खिलाफ भारी रोष प्रकट किया। अभय सिंह चौटाला बाबैन में तरसेम सिंह संघौर के कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। किसानों की धान मंडी में औने पौने भाव में बिक रही है जिससे किसान को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि धान की सरकारी खरीद किए जाने के नाम पर किसान को लुटा जा रहा है और किसानों को धान में नमी बताकर उसे न्यूनतम मुल्य में भी नहीं खरीदा जा रहा है और धान में नमी बताकर किसान को गुमराह किया जा रहा है। मंडियों में धान की सरकारी खरीद में आनाकानी किए जाने के कारण किसानों का भारी शोषण हो रहा है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि धान की फसल को 1200 प्रति क्किवटल खरीदा जा रहा है और किसानों को 15,10 रूपए सरकारी रेट की रसीद दे कर भारी चुना लगाया जा रहा है। मंडी में किसान की धान की फसल को मिलीभगत करके किसानों को लूटा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मंडिय़ों में ऐसे हालत बने हुए है कि जो दाम सरकार के द्वारा तय किए गए है वे भी किसानों को नही मिल रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसान हितैषी न होकर किसान विरोधी बनकर रह गई है यह सरकार किसानों को कंगाल करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि इनैलो के शासनकाल में ओमप्रकाश चौटाला ने मंडिय़ों का दौरा करके किसानों की समस्या सुनकर उसे उसी समय अधिकारीयों को कह कर समाधान करते थे। उन्होंने इनेलो के शासनकाल में किसानों को अपनी फसलों के पूरे रेट मिले है भाजपा सरकार ने किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री सता में आने से पहले स्वामीनाथन आयोग की रिर्पोट लागू करने के लिए प्रर्दशन किया करते थे लेकिन आज भाजपा के सत्ता में आने के बाद स्वामीनाथन आयोग की रिर्पोट का नाम लेना भी बंद कर दिया गया है।

इस अवसर पर इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, राज्यसभा सांसद रामकुमार कश्यप, पूर्व विधायक रामपाल माजरा, पूर्व विधायक शेर सिंह बड़शामी के भाई पूर्ण बड़शामी, कुलदीप मुल्तानी, हलका प्रधान सुरेश सैनी, जगीर मेहरा, तरसेम संघौर, बलिहार सिंह, बब्बू भगवानपुर, पवन सिंगला, रण सिहं, चन्द्रप्रकाश बाबैन, साहब सिंह घिसरपड़ी, बाबा गुरचरण सिंह, सतबीर रामपुरा, मंजीत संघौर, चरण सिंह, शिवचरण सिंह व अन्य इनैलो कार्यकत्र्ता मौजूद थे।