विधायक बता रहे हैं बल्लभगढ का दुर्भागय
बल्लभगढ : हरियाणा में बीजेपी की सरकार आने के बाद नगर निगम बल्लभगढ में अब तक दस ज्वाईंट कमीश्ररों का यहां आना और चंद दिनों में यहां से तबादला होना चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं विधायक इसे बल्लभगढ का दुर्भागय बता रहे हैं। आखिर क्या कारण है कि जो भी अधिकारी यहां लगाया जाता है वह चंद दिनों में ही यहां से दूसरी जगह चले जाते हैं यह आम जन की समझ से परे हो गया है। इस का खामियाजा जहां जनता को भुगतना पड रहा है। वहीं क्षेत्र में अवैध निर्माणों की भी बाढ सी आ गई है।
गौरलतब है कि 26 अगस्त 2014 को आशुतोष राजन को ज्वाईँट कमीश्रर लगाया गया था जोकि 29 नवम्बर 2014 को उनका यहां से सरकार ने कहीं और तबादला कर दिया। इसके बाद 30 नवम्बर 2014 को प्रताप सिंह को ज्वाईट कमीश्रर लगाया गया था लेकिन एक ही दिन में उनका यहां से तबादला हो गया। उसके बाद 1 दिंसबर 2014 को राजेश कुमार ने पदभार संभाल लिया लेकिन वे लगभग पांच माह बाद ही यहां 25 मई 2015 को उनका तबादला हो गया। इसके बाद प्रदीप एहलावत को इस पद पर 25 मई 2015 को लगाया गया लेकिन उनका भी लगभग एक माह बाद 21 जून 2015 को बदल दिए गए।
दिनांक 22 जून 2015 को एन एच बांगड की नियुक्त हुई और करीब एक माह बाद 26 जुलाई 2015 को रवाना हो गए। इसके बाद यहां मनदीप कौर को 27 जुलाई 2015 को भेजा गया और उन्होंने अपने कार्यकाल में बल्लभगढ के अवैध अतिक्रमन को साफ करा दिया लेकिन तीन माह बाद 16 अक्तुबर 2015 को सरकार ने उनका भी तबादला कहीं और कर दिया। इसी तरह 26 अक्तुबर को सुनीता वर्मा को बल्लभगढ नगर निगम का ज्वार्इंट कमीश्रर लगाया गया लेकिन 8 फरवरी 2016 को उनका भी तबादला यहां से सरकार ने कर दिया। इसके बाद 15 फरवरी 2016 को यहां सुभाष श्योराण को लगाया गया लेकिन मात्र चंद दिनों में ही 25 फरवरी 2016 को उनकी रवानगी हो गई। इसके बाद 1 मार्च को अमरदीप जैन को ज्वाईंट कमीश्रर को मौका दिया गया लेकिन एक दिन ही नगर निगम में बिताने के बाद उनका भी यहां से तबादला कर दिया गया। और अब ताजा हालात यह है कि बल्लभगढ नगर निगम में नए ज्वाईंट कमीश्रर रीगन कुमार को लगा दिया गया है लेकिन इनका कार्यकाल कितने दिन का होगा इस बात जबाब समय बीतने पर पता चलेगा।
क्या कहते हैं विधायक महोदय
बल्लभगढ़ में बार-बार नगर निगम जॉइंट कमिश्नर के तबादले दुर्भाग्यपूर्ण है यह बात बल्लमगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने कही । विधायक का कहना है कि नगर निगम बल्लबगढ़ के अंदर स्लम एरिया आता है और यहां जॉइंट कमिश्नर का काम शहर की साफ सफाई कराना होता है जिसे हर कोई करा कर राजी नहीं है और यही कारण है कि यहां निगम में जॉइंट कमिश्नर ना लगकर के सभी अधिकारी फरीदाबाद जैसे शहर के अलावा अच्छी पोस्टों पर लगना चाहते हैं लेकिन वह इस बारे में जल्दी ही मुख्यमंत्री से बात करेंगे और जिस अधिकारी की सेवा भाव् की नियत होगी उसी अधिकारी को बल्लभगढ़ में नियुक्त कराया जाएगा।