नई दिल्ली: दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता व मौजूदा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में अनियमितताओं की जानकारी थी। उन्होंने यह भी कहा कि जेटली ने इस मामले की जारी जांच को प्रभावित करने की कोशिश की।
आप ने अब जेटली पर नए आरोप जड़े हैं, इसके बाद सियासी हंगाम होना तय है। आप ने दावा किया कि जेटली को डीडीसीए में घोटाले की जानकारी थी। आप के प्रवक्ता आशुतोष ने बुधवार को आरोप लगाया कि जेटली ने धोखाधड़ी केस को बंद करने के लिए दिल्ली के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी थी। आशुतोष ने उस चिट्ठी को लेकर जेटली से पांच सवाल किए। साथ ही उन्होंने जेटली से केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की। आप ने यह भी कहा कि जेटली ने डीडीसीए के अध्यक्ष की हैसियत से केस को दबाने के लिए चिट्ठी लिखी।
आशुतोष ने एक प्रेस कांफ्रेंस में जेटली की लिखी चिट्ठी भी दिखाई। यह चिट्ठी 27 अक्टूबर 2011 की है, जो अन्ना आंदोलन के समय लिखी गई थी। उन्होंने कहा कि 5 मई 2012 को जेटली ने दूसरी चिट्ठी लिखी थी। उसमें भी केस बंद करने के लिए पुलिस कमिश्नर से कहा गया था। जेटली ने लिखा था कि डीडीसीए में कोई गलत काम नहीं करता है इसलिए केस बंद करें।
आशुतोष ने कहा कि इससे साबित होता है कि जेटली ने अपने पद का दुरुपयोग किया। साथ ही जांच को प्रभावित करने का प्रयास भी किया। ऐसे में उनको मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेटली घोटाले की जांच का स्वागत क्यों नहीं कर रहे हैं।
गौर हो कि इससे पहले आप ने आरोप लगाए थे कि डीडीसीए के प्रमुख रहते समय जेटली के कार्यकाल में करोड़ों का घोटाला हुआ था। इसकी जांच के लिए दिल्ली सरकार ने गोपाल सुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन कर दिया। हालांकि भाजपा और जेटली ने आप के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। आप ने ये भी सवाल उठाया कि पुलिस की जांच से पहले जेटली ने क्यों आरोप को निराधार बता दिया।