नई दिल्ली: देश में 67वां गणतंत्र दिवस मंगलवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर राजपथ पर भारत की सैन्य की ताकत की झलकियां जारी हैं। भारत की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपलब्धियां, अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक विविधता, सामाजिक परंपराएं, आत्म-निर्भरता और स्वदेशीकरण पर सरकार का जोर, इन सभी की झलक 67वें गणतंत्र दिवस समारोह में परेड के दौरान आज राजपथ पर नजर आएगा। गौर हो कि इस मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि हैं।
गणतंत्र दिवस परेड में 26 जनवरी को राजपथ पर देश की विराट सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक के साथ-साथ पहली बार विदेशी सेना फ्रांस का मार्चिंग दस्ता भी भारतीय सैनिकों के साथ कदमताल करता नजर आया। रिपब्लिक डे परेड में पहली बार किसी मित्र देश की सेना ने हिस्सा लिया। फ्रांस की सेना की टुकड़ी भी भारतीय वीरों के साथ कदम मिलाते दिखी। जो भारत और फ्रांस के बीच गहरी होती दोस्ती का भी प्रतीक है। राजपथ पर आज सुबह फ्रांस के सैन्य दस्ते ने ‘कदमताल’ किया। कर्नल पॉल ब्यूरी के नेतृत्व में 75 सैनिक फ्रांसीसी सैन्य दस्ते में शामिल हुए।
गौर हो कि पिछले हफ्ते राजस्थान के बीकानेर में शुरू हुए साझा सैन्य अभ्यास-शक्ति में हिस्सा लेने के लिए फ्रांसीसी सेना का एक टुकड़ी आई थी। इस टुकड़ी में फ्रांस की सेना के 56 जवान हैं। मेजर थिबौत डि लाकोस्ते इसका नेतृत्व कर रहे थे। अब यही टुकड़ी गणतंत्र दिवस पर फ्रांस का प्रतिनिधित्व करेगी। दरअसल दोनों मुल्कों के बीच रक्षा सहयोग में मजबूती तब आई थी जब पिछले साल अप्रैल, 2015 में पीएम मोदी ने पेरिस यात्रा की थी।