एक ब्रिटिश महिला को पहली बार कैंसर से बचाने के लिए टीका लगाया गया है. कैंसर के इस टीके का ईजाद हाल ही में किया गया है. इस टीके का ईजाद करने वाले वैज्ञानिकों का दावा है कि इस टीके को लगते ही कैंसर मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और शरीर के अंदर कैंसर के ट्यूमर का खात्मा हो जाता है.
35 साल की महिला पर प्रयोग
जिस महिला को ये टीका लगाया गया है, उसका नाम केली पॉटर है और उसकी उम्र 35 साल है. पिछले साल जुलाई में जांच के दौरान महिला को एडवांस्ड सर्वाइकल कैंसर होने की पुष्टि हुई थी.
30 मरीजों पर वैक्सीन का ट्रायल
केली को ये टीका लगाने के लिए ट्रायल के 30 लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया. यह ट्रायल अगले 2 साल तक चलेगा. साथ ही इन मरीजों को कीमोथैरेपी के जरिये भी इलाज किया जाएगा.
ट्रायल का हिस्सा बनकर केली खुश
डॉक्टरों के मुताबिक केली का कैंसर चौथे स्टेज में पहुंच चुका था. केली को लंदन के गाइज अस्पताल में 9 फरवरी को ये टीका लगाया गया. कैंसर से लड़ रही केली ने य़े टीका लगने के बाद अपना अनुभव शेयर किया. केली से कहा कि अब को पहले से बेहतर महसूस कर रही हैं. शरीर में हो रहे बदलाव को अहसास उन्हें हो रहा है. साथ ही इस ट्रायल का हिस्सा केली बेहद खुश हैं.
वैक्सीन में कैंसर सेल्स को तोड़ने की क्षमता
वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन में एक खास तरह का प्रोटीन एंजाइम होता है जो कैंसर के सेल्स को तोड़कर धीरे-धीरे उसे खत्म कर देता है. उम्मीद की जा रही है कि इस वैक्सीन की सफलता के बाद कैंसर का इलाज और आसान हो जाएगा.