November 5, 2024

संस्कार एवं विचारों की संस्कृति है भारत : सिंगला

फरीदाबाद : सभी धर्म हमें भाईचारे का संदेश देते हैं तथा कोई भी धर्म हिंसा की इजाजत नहीं देता। भारतीय संस्कृति संस्कार एवं विचारों की संस्कृति कहलाती है। यह बात समाजसेवी अनिल सिंगला ने ओल्ड फरीदाबाद स्थित प्राचीन पथवारी मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा से पूर्व निकाली गई कलश शोभा यात्रा की शुरुआत करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों की धरती भारत में धर्म को अहम स्थान है। धर्म हमें सद्मार्ग के रास्ते पर ले जाते हैं। धार्मिक ग्रंथ हमें सच्चाई, भाईचारा, प्रेम, सद्भाव व एकजुटता के लिए प्रेरित करते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने भी सच्चाई के लिए संघर्ष किया और अधर्मियों का संहार किया। पथवारी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने कहा कि ऐसे आयोजनों से धर्म के प्रति लोगों में आस्था बलवती होती है। इस आस्था से आत्मविश्वास को बल मिलता है। आत्मविश्वास के द्वारा ही व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है। हमें परमात्मा का स्मरण और आत्मविश्वास के साथ अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति धर्म के प्रति संवेदनशील नहीं, क्योंकि व्यस्तता के कारण वह धार्मिक ज्ञान प्राप्त नहीं कर रहा है। हमें धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन कर उनके बताए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। कलश शोभा यात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर शहर के मुख्य-मुख्य बाजारों से गुजरी, जहां लोगों ने पुष्प-वर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया। इस अवसर पर नवल किशोर गोयल, रमेश गोयल, अजय मंगला, भोलू, गौरव पाराशर, मन्नु वधावन, ओमप्रकाश मंगला, बंटी मदान, चंदर शर्मा सहित शहर के गण्यमान्य लोगों सहित सैंकडों महिलाओं ने हिस्सा लिया।