इंटरनेशनल डेस्क 27 अप्रैल : यूएस की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) पर ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन के नए आरोप लगे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईए ने अलकायदा के संदिग्ध आतंकी अबु जुबैद को एक महीने तक 83 बार वाटर बोर्डिंग टॉर्चर किया था। हालांकि, इसके बाद भी सीआईए उसपर किसी भी आरोप को साबित करने में नाकाम रही। उसे 9/11 घटना का साजिश और कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 2002 में अरेस्ट किया गया था। इस यूएस एजेंसी द्वारा ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन के कई मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से एक है अबु गरीब प्रिजन टॉर्चर। इराक की इस बदनाम जेल में सीआईए और यूएस आर्मी ने कैदियों पर बेइंतहा जुल्म किए। नंगा करके डाल देते थे कुत्तों के सामने…
– 2003 में शुरू हुई इराक वार के दौरान यूएस आर्मी और सीआईए के ऑफिसर्स ने इराक की अबु गरीब जेल में कैदियों को काफी टॉर्चर किया।
– 2003 में एमनेस्टी इंटरनेएशन और एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ था।
– सीआईए ने कैदियों का फिजिकल, सेक्शुअल और मेंटल टॉर्चर किया।
– यह जेल बगदाद से 30 किलोमीटर दूर 280 एकड़ में फैली हुई है। हालांकि, इसे अब बंद किया जा चुका है।
– टॉर्चर स्कैंडल के दौरान जेल में 3,800 कैदी थे।
– ज्यादातर कैदियों को प्रिजन यार्ड में बने टेंट्स में रखा जाता था। टॉर्चर की घटनाएं सेल ब्लॉक 1A और 1B में हुईं।
– स्कैंडल में 11 यूएस सोल्जर्स दोषी पाए गए थे। इनमें से सात मैरीलैंड बेस्ड 372 मिलिट्री पुलिस कंपनी के थे।
बेहद खतरनाक थे टॉर्चर के तरीके
– पंच और थप्पड़ मारना। कैदियों को नंगा करके उनपर कूदना।
– मेल और फीमेल कैदियों को नंगा करके उनका वीडियो बनाना।
– सेक्शुअल पोजिशन्स में कैदियों की फोटोज खींचना।
– कैदियों को कई-कई दिनों तक बिना कपड़ों के रहने को मजबूर करना।
– मेल कैदियों को फीमेल कैदियों के अंडरवियर पहनने पर मजबूर करना।
– कैदियों को एक-दूसरे पर हस्तमैथुन करने को मजबूर करना और इसका वीडियो बनाना।
– न्यूड हालत में कैदियों का झुण्ड बनवाना और उनके ऊपर से कूदना।
– कैदी को बिना कपड़े को बॉक्स पर खड़ा करना और उसके सिर को ढंक देना। इसके बाद उसके हाथों-पैरों के अंगूठों और पेनिस पर इलेक्ट्रिक शॉक देना।