Faridabad/Alive News: उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला बाल कल्याण परिषद, फरीदाबाद जितेन्द्र यादव के दिशा-निर्देशानुसार आज बाल भवन प्रांगण में जिला स्तर पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता 2022 का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंकज सेतिया, उपमंडल अधिकारी (ना)बड़खल शिरकत की व विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पंकज सेतिया, उपमंडल अधिकारी (ना)बड़खल ने कहा कि प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य बच्चों में उनकी रचनात्मकता को निखारना एवं विकास करना है तथा उनकी सोच को एक सही दिशा प्रदान करना है l
जिला बाल कल्याण अधिकारी एसएल खत्री ने बताया कि इस प्रतियोगिता में जिले भर के विभिन्न सरकारी व निजी स्कूलों के लगभग 550 बच्चों एवं उनके अभिभावकों व अध्यापकों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का आयोजन चार समूहों में करवाया गया, जिसमे सामान्य बच्चों के लिए दो ग्रुप व स्पेशल बच्चों के लिए भी दो ग्रुप निर्धारित किये गए।
उन्होंने आगे बताया कि पहला हरा ग्रुप जो कि 5 से 9 वर्ष के बच्चों का था जिनके विषय लोकल मार्केट, लाइफ इन डेजर्ट, हैविंग फन एंड प्लेग्राउंड, बोट राइड विद फैमिली थेl
दूसरा ग्रुप सफेद था जिसमें 10 वर्ष से 16 वर्ष की आयु के बच्चों ने भाग लिया, जिनका विषय सींस ऑफ कोविड वैक्सीनेशन सेंटर, स्नोफॉल अट हिल्स, वैडिंग सीन, ट्रेडिंगसिम फार्मर इन द फील्ड थेl
स्पेशल बच्चों के लिए पहला ग्रुप येलो जिसमे 5 वर्ष से 10 वर्ष के बच्चों ने भाग लिया जिनके विषय ड्रॉ व्हाट एवर यू लाइक इट,माई स्कूल, ए पार्क सीन, माई हाउस, रिपब्लिक डे परेड, बाई साईकल रॉड विद फ्रेंड, हिस्टोरिकल प्लेस, माई विलेज सीन रहे।
दूसरा ग्रुप रेड ग्रुप 11 वर्ष से 18 वर्ष रहा, जिसके माई फेवरेट टॉय, फ्लॉवर शो, बर्ड्स, सन राइस , माई ड्रीम्स, माई फैमिली, माई पैट, रैनी डे, फ़ेवरेट फ़ूड, एनिमल सफ़ारी, डांस फेस्टिवल, स्वच्छ भारत, ट्रेफिक जाम विषय रहे।
इस अवसर पर निर्णायक मंडल की भूमिका रविन्द्र मनचंदा प्राचार्य राजकीय कन्या व महाविद्यालय एनआईटी-3, सुखबीर सिंह दहिया, प्रशिक्षक फाइन आर्ट, श्रीमति मधुबाला जी फाइन आर्ट शिक्षिका, राजकीय कन्या व महाविद्यालय एनआईटी-3 फरीदाबाद ने निभाई।
कार्यक्रम को सफलता पूर्वक करवाने में श्रीपाल कहराना, चैयरमेन सीडब्ल्यूसी, अपर्णा, कॉन्सलर सीडब्ल्यूसी, आजीवन सदस्य लाखन सिंह लोधी वस्वरूप सिंह लोधी मनोज गोयल, लेखाकार, मांगे राम, सुमित शर्मा, लिपिक, भगवान सिंह व बाल गृह की अधीक्षक मीनू शर्मा, प्रदीप कौंसलर व अन्य बाल भवन स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।