November 5, 2024

अध्यात्म मन के भीतर का ज्ञान है : सीमा त्रिखा

फरीदाबाद : व्यक्ति का प्रत्येक विचार परोपकार की भावना से पोषित होना चाहिए जिसके लिए अध्यात्मिक अत्यंत सहायक है यह विचार मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा ने नगर निगम सभागार में श्रीराम मॉडल स्कूल द्वारा जनकल्याण के उद्देश्य से ‘अध्यातिमकता मानवता की रक्षक है’ नामक विषय पर आयोजित सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहे।

इस मोके पर स्कूल की प्रिंसीपल डा. अमृता ज्योति सिंह ने मुख्य संसदीय संसदीय सचिव सीमा त्रिखा का स्वागत किया। सीमा त्रिखा ने कहा कि अध्यात्म मन के भीतर का ज्ञान है जिसका किसी वर्ग विशेष से कोई खास सरोकार नहीं होता अपितु यह ऐसे उत्तम विचारों को बलवित्त करने जिससे स्वयं व राष्ट्र सहित विश्व कल्याण हो सके में सहायक है। उन्होंने कहा कि इसके लिए खुद बदलेंगे तो जग बदलेगा की भावना को समझना होगा, भौतिकतावाद के सिर्फ सकारात्मक गुणों को अपनाना होगा। उन शिक्षाओं से परहेज करने की जरूरत है जो हमें पथभ्रष्ट करती हो।

उन्होंने कहा की गुरू के रूप में सबसे पहला गुरू मॉ है जिसका व्यक्ति को सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बनाने में आधारभूत रूप में विशेष योगदान होता है। इसीलिए शिक्षाविद्दों व माताओं को अपने बच्चों-शिष्यों को ऐसे ज्ञान व संस्कार देने चाहिए जिसके बल पर वे परिवार के अलावा राष्ट्र का नाम देश दुनियां के विभिन्न क्षेत्रों में रोशन कर सके।

इस अवसर पर मनोहर सिंह, संजय कक्कड़, एस.एस.बांगा, एस.पी.एस.बेदी, डा. वेद मिगलानी, सी.एल.गोयल, एस.एस.गुगलानी ने भी उपस्थित जनों को अपने विचार प्रकट कर उपस्थिजनमूह को इस विषय पर जागृत करने का प्रयास किया।