New Delhi/Alive News : बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर की लाइफ फिल्मों की तरह ही काफी नाटकीय रही है. फिल्मी परिवार में जन्मे ऋषि ने अपनी पहली फिल्म में सफलता का स्वाद चखा, लेकिन बाद में ‘कर्ज’ के असफल होने पर वह डिप्रेशन के शिकार भी हुए. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर हमेशा एक्टिव रहने वाले अभिनेता ने अपनी बायोग्राफी ‘खुल्लम खुल्ला’ में अपनी लाइफ से जुड़ी कई सुनी-अनसुनी बातों का जिक्र किया है.
अपनी किताब में उन्होंने अपना पहला अवॉर्ड जीतने के अनुभव से लेकर अंडरवर्ल्ड के डॉन दाऊद इब्राहिम से मुलाकात का भी जिक्र किया है. हार्पर कॉलिन्स द्वारा प्रकाशित और सीनियर एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट मीना अइयर द्वारा लिखित इस बायोग्राफी के कुछ हिस्से अंग्रेजी वेबसाइट ने प्रकाशित किए हैं जिसमें ऋषि कपूर ने बताया कि दाऊद से उनकी मुलाकात 1988 में दुबई में हुई थी. उन्होंने साफ किया है कि 1993 में हुए मुंबई ब्लास्ट से पहले दाऊद सिर्फ एक गैंग्सटर के रूप में जाना जाता था और उसे देश के लिए खतरा नहीं माना जाता था.
किताब में लिखा है कि दुबई एयरपोर्ट पर दाऊद का एक आदमी तैनात होता था जो डॉन को दुबई आने-जाने वाले वीआईपी लोगों की जानकारी देता था. ऋषि ने लिखा, ‘1988 में एक दिन मैं अपने दोस्त बिट्टू आनंद के साथ पहुंचा, मैं एयरपोर्ट से निकल रहा था इतने में एक अजनबी मेरे पास आया और मुझे फोन पकड़ाते हुए बोला कि दाऊद साहब बात करेंगे.’ ऋषि ने आगे लिखा, ‘दाऊद ने मेरा स्वागत किया और कहा कि मुझे किसी भी चीज की जरूरत हो तो मैं बता सकता हूं.’
इसके बाद ऋषि ने लिखा कि उन्हें दाऊद के राइट हैंड माने जाने वाले बाबा ने कहा कि दाऊद उनके साथ चाय पीना चाहते हैं. इसके बाद शाम को उन्हें लेने के लिए एक रॉल्स रॉयस भेजी गई. ऋषि ने लिखा कि उन्हें दाऊद तक इस तरह ले जाया गया कि उन्हें दाऊद के घर की लोकेशन पता न चल सके. उन्हें लिखा, ‘हम वहां पहुंचे तो दाऊद ने कहा कि वह शराब न पीते हैं और न ही किसी को पिलाते हैं इसलिए उन्हें चाय पर बुलाया गया है.’
ऋषि ने आगे लिखा कि करीब चार घंटों तक चाय का सिलसिला चला, दाऊद ने ऋषि से कहा कि उन्हें उनकी फिल्म ‘तवायफ’ काफी पसंद आई क्योंकि उसमें उनका नाम दाऊद था. दाऊद का कहना था कि फिल्म के जरिए ऋषि ने उनके नाम को महान बना दिया है. किताब में लिखा है, ‘उन्होंने कहा कि वह मेरे पिता, मेरे चाचाओं, दिलीप कुमार, महमूद, मुकरी जैसे अभिनेताओं को बहुत पसंद करते हैं. मुझे याद है वहां जाने से पहले तक मैं थोड़ा डरा हुआ था लेकिन वहां जाने के बाद मैं काफी रिलैक्स हो गया.’
ऋषि ने लिखा कि उसके बाद उनकी दाऊद से 1989 में दुबई में ही एक बार और मुलाकात हुई थी, तब वह अपनी पत्नी नीतू कपूर के साथ शॉपिंग करने गए थे. शॉप में ही दाऊद उनसे मिले थे. ऋषि ने लिखा कि दाऊद हमेशा उनसे अच्छी तरह से मिले और उन्होंने उनके प्रति काफी गर्माहट दिखाई. लेकिन पता नहीं बाद में क्या हो गया कि दाऊद ने भारत के खिलाफ इतना बड़ा कदम उठाया.