Faridabad/Alive News : राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस तथा गाइडस ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा के निर्देशानुसार अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर विशेष जागरूकता अभियान के अन्तर्गत सभी को साक्षर बनने और बनाने का प्रयास कर के समाज से निरक्षरता को समाप्त करने का आह्वान किया।
जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर, ब्रिगेड अधिकारी और प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि साक्षरता दिवस मनाने का उद्देश्य समाज में लोगों के प्रति शिक्षा को प्राथमिकता देने को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस अर्थात साक्षरता के बारे में लोगों में अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए निर्धारित है।
सफलता और जीने के लिए साक्षरता बेहद महत्वपूर्ण है। साक्षरता का अर्थ केवल पढ़ने-लिखने या शिक्षित होने से ही नहीं है बल्कि यह हमारे अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता लाकर सामाजिक विकास का आधार निर्धारित कर सकता है। यू एन ओ के अनुसार सम्पूर्ण विश्व में चार अरब लोग साक्षर हैं और आज भी एक अरब लोग पढ़-लिख नहीं सकते हैं। एम एच आर डी की शैक्षिक सांख्यिकी रिपोर्ट के अनुसार भारत की साक्षरता दर लगभग सत्तर प्रतिशत है।
यह संख्या गांव और शहर दोनों को मिलाकर है। ग्रामीण भारत में साक्षरता दर पैसठ प्रतिशत है। जिसमें महिलाओं की साक्षरता दर तो पुरुषों की साक्षरता दर से कम है। जूनियर रेडक्रॉस प्रभारी प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि भारत में साक्षरता दर कम होने के पीछे विभिन्न कारण हैं जैसे विद्यालयों की कमी, स्कूल में शौचालय आदि का अच्छी अवस्था में न होना, पिछड़ापन, गरीबी, लड़कियों से छेड़छाड़ होने का डर, जागरूकता की कमी, माता पिता का कोरोना काल में आर्थिक कठिनाई तथा और भी अनेकों समस्याएं हैं।