New Delhi/Alive News : अगर आपके घर में हाल-फिलहाल किसी बिटिया का जन्म हुआ है, तो आपको अभी से उसके भविष्य के लिए निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए. अगर आपकी पहले से ही कोई बेटी है और उसके निवेश के लिए आपने कुछ खास नहीं सोचा है तो अब भी देर नहीं हुई है. हम आपको बताते हैं कि आप अपनी बिटिया के लिए किस तरह से निवेश कर उसे बालिग होने पर 65 लाख रुपये तक दिला सकते हैं.
बड़े फंड की व्यवस्था कर सकते हैं
अगर आपके घर में 10 साल से कम उम्र की बिटिया है तो हर महीने छोटी-छोटी राशि जोड़कर या साल में एकमुश्त रकम जमाकर उसके भविष्य को संवार सकते हैं. मोदी सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश से आप अपने बिटिया के बालिग होने तक अधिकतम 65 लाख रुपये तक के बड़े फंड की व्यवस्था कर सकते हैं, जो उसके पढ़ाई से लेकर शादी तक कहीं भी काम आ सकता है.
सालाना 7.6 फीसदी ब्याज
फिलहाल सरकार सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना 7.6 फीसदी ब्याज दे रही है जो कि बैंक या पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ के मुकाबले बेहतर है. बिटिया की भविष्य के लिए यह एक शानदार स्कीम है. इस योजना में निवेश करने पर अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है, साथ ही इनकम टैक्स डिडक्शन भी क्लेम कर सकते हैं.
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों के लिए केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है जिसे पीएम मोदी ने साल 2015 में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ स्कीम के तहत लॉन्च किया था. छोटी बचत स्कीम में सुकन्या सबसे बेहतर ब्याज दर वाली योजना है. इस योजना के तहत आप कम से कम 250 रुपये की राशि से खाता खुलवा सकते हैं. हालांकि, इस योजना के तहत आप सालाना 1.5 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं.
किसे मिलता है फायदा?
इस योजना में एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता खोला जा सकता है. एक अभिभावक अधिक से अधिक 2 बेटियों के नाम से अकाउंट खुलवा सकता है. अगर जुड़वां या तीन बच्चियां एक साथ होती हैं, तो फिर तीसरी बच्ची को भी इसका फायदा मिलेगा. बच्ची के 10 साल के होने से पहले तक ये खाता खोला जा सकता है. ये योजना 21 साल के बाद मैच्योर होती है, लेकिन शुरुआती 15 साल के लिए ही खाते में रकम जमा करनी होती है. यानी आप पैसा सिर्फ 15 साल तक जमा करेंगे. उस पर ब्याज 21 साल तक मिलेगा और बिटिया की 21 साल की उम्र पूरी होने के बाद ही पूरी मैच्योरिटी राशि वापस मिलेगी.
कहां खुलता है SSY खाता?
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आवेदक अपनी बेटी के नाम पर किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकते हैं. इस योजना की मदद से आवेदक अपनी बेटियों का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं. कई प्राइवेट बैंक में भी खाता खुलवाने की सुविधा है.
टैक्स बचत का फायदा
इस योजना में टैक्स की बचत Exempt-Exempt-Exempt आधार पर होती है. यानी खाते में जमा राशि, हासिल ब्याज तो टैक्स फ्री होता ही है, अंत में मिलने वाली मैच्योरिटी राशि भी टैक्स फ्री होती है. यह कर बचत आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये की सालाना सीमा में ही होती है. सुकन्या योजना में किसी को नॉमिनी नहीं बनाया जा सकता.
क्या-क्या दस्तावेज लगते हैं?
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आवेदक को फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपनी बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट भी जमा कराना होगा. इसके अलावा बच्ची और माता-पिता का पहचान पत्र (पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) और आवास प्रमाण पत्र (पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल) जमा कराना होगा.
क्या समय से पहले बंद हो सकती है स्कीम?
सुकन्या को 21 साल से पहले बिटिया की उम्र 18 साल होने पर या उसके हाईस्कूल पास हो जाने पर ही बंद किया जा सकता है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा किया जाने वाला पैसा बच्ची के 21 साल के होने पर मेच्योर हो जाती है. यानी आप 21 साल बाद पैसे की निकासी कर सकते हैं. हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं. इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं.
कितनी राशि मिल सकती है?
फिलहाल सुकन्या में 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रही है. मान लीजिए कि इस साल आपके घर में कोई बेटी हुई और आपने उसके नाम से सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलवा दिया. आप इस खाते में हर साल 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं तो आपको इस पर 15 साल तक कुल 22.5 लाख रुपये जमा करने होंगे. लेकिन बिटिया के 21 साल की उम्र हो जाने पर उसको कुल परिपक्वता राशि करीब 65 लाख रुपये मिलेगी.