Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस के उपलक्ष्य में आज पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
विश्वविद्यालय के मानविकी एवं विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम पर्यावरण विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ. रेणुका गुप्ता की देखरेख में किया गया। प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को कुलपति प्रो.दिनेश कुमार ने पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया, जिसमें पोस्टर मेकिंग में पहला पुरस्कार लविका ग्रोवर, दूसरा प्रियंका तथा तीसरा पंकज ग्रोवर ने हासिल किया।
इसी प्रकार, स्लोगन लेखन में नेहा दुबे ने पहला पुरस्कार प्राप्त किया। जबकि दूसरा पुरस्कार प्रिया शर्मा तथा तीसरा चारू गर्ग ने हासिल किया। इससे पूर्व कुलपति प्रो.दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों की पोस्टर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मानविकी एवं विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो.राज कुमार भी उपस्थित थे। पर्यावरण मंत्री ओजोन परत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रो.दिनेश कुमार ने कहा कि ओजोन परत, जिस पृथ्वी का कवच भी कहा जाता है, हानिकारण पराबैंगनी किरणों को धरती पर आने से रोकती है।
इसका नाता पर्यावरण और मानव के साथ-साथ पृथ्वी पर रहने वाले समस्त जीव-जंतुओं से है। बढ़ते प्रदूषण और औद्योगिकीकरण के परिणाम स्वरूप वायुमंडल में कुछ ऐसे रसायनों की मात्रा बढ़ गई है, जिसके दुष्प्रभाव से ओजोन परत को खतरा उत्पन्न हो रहा है।
कुलपति ने कहा कि ओजोन परत को बचाने के लिए जरूरी है कि हम अभी से जरूरी कदम उठाये, जिसके लिए ओजोन मैत्री इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग हो, प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम किया जाये तथा रूम फ्रेशनर्स व केमिकल परफ्यूम का उपयोग न करें। इसके अलावा, रोशनी, हवा और ऊर्जा के लिए प्राकृतिक स्रोत्रों का उपयोग अधिक से अधिक किया जाये।