November 15, 2024

YMCA इंजीनियर्स के बनाये वाहन ने जीता राष्ट्रीय स्तर पर पहला पुरस्कार

Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के 25 प्रतिभावान इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के 25 सदस्यीय टीम – मैकनेक्सट रेसिंग द्वारा डिजाइन एवं विकसित ऑल टरेन व्हीकल (सभी तरह के मैदानों पर चलने में सक्षम वाहन) ने मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता बाजा एसएई 2017 में पहला पुरस्कार हासिल किया है। विश्वविद्यालय की टीम को प्रतियोगिता में वाहन निर्माण के नवीनतम अनुसंधान और लागत मूल्यांकन श्रेणी पुरस्कार स्वरूप एक लाख 20 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई है।

कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विजेता टीम के विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी है तथा इस परियोजना से जुड़े सभी संकास सदस्यों तथा विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में क्षमता की कोई कमी नहीं है और विश्वविद्यालय विद्यार्थियां को आगे बढ़ने के लिए हरसंभव सहयोग देगा। इस तरह की प्रतियोगिताएं युवा ऑटोमोटिव और मोटरस्पार्ट इंजीनियर्स को ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग को सही ढ़ंग से समझने तथा व्यवहारिक व औद्योगिक मानकों के अनुरूप कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है और ऐसे प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग की बारीकियांे को सही ढंग से समझने में भी मदद करती है। ये उस तरह के अनुभव होते है जो विद्यार्थियों को क्लास रूम में हासिल नहीं हो सकते।

वाहन को डिजाइन करने तथा प्रतियोगिता के अनुरूप पूरी तरह से तैयार करने में विद्यार्थियों को नौ महीने का समय लगा और इस पर 5.9 लाख रुपये की लागत आई है, जिसकी पूर्ति विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कल्याण कोष तथा विश्वविद्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थी संघ के माध्यम से हुई। भूतपूर्व विद्यार्थी ने भी स्वैच्छा से विद्यार्थियों की मदद की, जिनमें अमित शर्मा, संजीव अग्रवाल, रविन्द्र वाधवा, सुशील अरोड़ा, अमरीश भाटिया और अनिल मदान जैसे नाम शामिल है। विश्वविद्यालय की मैकनेक्सट रेसिंग टीम को आरवीएम कैड द्वारा प्रयोजित किया गया।

मैकनेक्सट रेसिंग टीम का हिस्सा रहे साहिल डिम्बला ने बताया कि प्रतियोगिता काफी चुनौतिपूर्ण रही, जिसमें देशभर से इंजीनियरिंग कालेज की 413 टीमों ने हिस्सा लिया, जिसमें से 150 टीमों को शॉट लिस्ट किया गया था। विश्वविद्यालय की मैकनेक्सट रेसिंग टीम ने नवीनतम अनुसंधान और लागत मूल्यांकन श्रेणी पहला पुरस्कार हासिल किया।