Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा ‘संविधान दिवस’ के उपलक्ष्य में आज एक कार्यक्रम आयोजन किया गया तथा भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीम राव आम्बेडकर को श्रद्धांजलि दी गई। उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसी दिन वर्ष 1949 में भारतीय संविधान को स्वीकार किया गया था। इस अवसर पर निदेशक, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम डॉ. प्रदीप डिमरी न डॉ अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरूआत विधिवत रूप से भारत रत्न डॉ अम्बेडकर के चित्र पर मार्ल्यापण तथा पुष्प अर्पण द्वारा हुई। कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ मुनीश वशिष्ठ के अलावा कई अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संबोधित करते हुए डॉ प्रदीप डिमरी ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। संविधान दिवस पर अपने संदेश में कुलपति दिनेश कुमार ने डॉ आम्बेडकर को एक महान विधिवेता एवं शिक्षाविद् बताते हुए कहा कि भारतीय संविधान ने देश में अब तक लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखा है, जिसका श्रेय संविधान निर्माताओं को जाता है। उन्होंने कहा कि संविधान के मुख्य शिल्पकार डॉ आम्बेडकर ने अपना समस्त जीवन भारतीय समाज के कल्याण तथा कमजोर वर्गों उत्थान के लिए लगा दिया। युवा पीढ़ी को डॉ आम्बेडकर जैसी महान विभूतियों से सीख लेनी चाहिए।