New Delhi/Alive News : शहर में तीन दिन हुई बारिश के बाद से हथिनीकुंड बैराज से सोमवार को 2,95,212 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसके बाद से यमुना उफान पर आ गई है और नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। प्रशासन ने बाढ़ क्षेत्र से 8 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। अभी और लोगों को बाहर निकालने का सिलसिला जारी है। पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने कहा है कि जलस्तर और ऊपर आने की आशंका है।
दरअसल, यमुना का पानी मंगलवार को सुबह करीब सात बजे से अचानक बढ़ना शुरू हो गया था। इसके बाद नदी के किनारे रहने वाले लोग ऊंचाई पर जाने लगे थे। प्रशासन के लोग भी सिविल डिफेंस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए थे। लोगों ने नदी क्षेत्र से निकलकर मयूर विहार, अक्षरधाम, सराय काले खां, गीता कॉलोनी समेत दूसरे पुस्तों पर आसरा लिया है। पूर्वी दिल्ली के एडीएम व बाढ़ के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी पुनीत पटेल ने बताया कि प्रभावितों को आठ जगहों पर रखा गया है। इनकी संख्या करीब 7-8 हजार के करीब है। जरूरतमंदों को तिरपाल दिए गए हैं। सबके लिए खाने का इंतजाम किया गया है।
ट्रेनों का संचालन बंद, 100 से अधिक रेलगाड़ियां प्रभावित
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुराने लोहे के पुल पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है। इस वजह से पुरानी दिल्ली से संचालित होने वाली 100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित रहीं। 17 से अधिक ट्रेनें मार्ग में ही रोक दी गईं।
कुल मिलाकर 19 ट्रेनें निरस्त कर दी गईं। जबकि 40 से अधिक ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है। इसकी वजह से यात्रियों को परेशान होना पड़ा। सबसे अधिक दिक्कत उन यात्रियों की रही, जिनकी रेलगाड़ी दिल्ली के बजाय बीच रास्ते में ही रोक दी गई। डेढ़ सौ वर्ष से अधिक पुराने लोहे के पुल पर रेलगाड़ियों का आवागमन यमुना में पानी बढ़ने के कारण रोक दिया गया है। पुल के नीचे चलने वाले वाहनों के लिए यातायात को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके चलते मंगलवार को 100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित रहीं। 17 से अधिक ट्रेनों को मार्ग में ही रोक दिया गया। जबकि 19 ट्रेनें निरस्त कर दी गईं। इधर 40 से अधिक रेलगाड़ियों का दिल्ली जंक्शन और साहिबाबाद जंक्शन के बीच रास्ता बदल दिया गया है। कई रेलगाड़ियों का अंबाला छावनी जंक्शन से ही रास्ता बदल दिया गया।
यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद मंगलवार दोपहर में पुराना लोहा पुल वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। बाढ़ की आशंका को देखते हुए शाहदरा जिला प्रशासन ने पुराना लोहा पुल बंद करने का फैसला किया। पुल बंद होने से रेल व अन्य वाहनों का आवागमन बंद हो गया है।