Kolkata/Alive News : पश्चिम बंगाल में एक डॉक्टर अरूणाचल दत्त चौधरी को फेसबुक पर एक पोस्ट लिखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया है. इस पोस्ट में डॉक्टर ने डेंगू के बढ़ते मरीजों और इसका सामना करने के लिए सरकारी अस्पताल में नाकाफी इंतजामों को लेकर अपना अनुभव शेयर किया था. साथ ही उन्होंने लिखा था कि सरकार राज्य में डेंगू की बीमारी से संबंधित तथ्यों को दबाने की कोशिश कर रही है. इसके बारे में अस्पतालों को मौखिक निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी इस बारे में जानकारी उजागर नहीं करेगा. अरूणाचल दत्त चौधरी के इस पोस्ट को कई लोगों ने कमेंट के साथ शेयर किया था. फेसबुक पोस्ट सामने आने के बाद डॉक्टर अरूणाचल को निलंबन का नोटिस थमा दिया गया.
आठ अक्टूबर को किए गए एफबी पोस्ट में उत्तरी 24 परगना जिले के बारासत जिला अस्पताल में नियुक्त डॉक्टर अरूणाचल दत्त ने 6 अक्टूबर के अपने अनुभव को साझा किया था, जिसके साथ उन्होंने दो फोटो भी पोस्ट किए हैं. उन्होंने लिखा, “अक्टूबर 6 को मेरी ड्यूटी सुबह 9 बजे से अगले दिन 9 बजे तक लगाई गई थी. मैं मरीज के दाखिले, रेफरल और यहां तक कि मौत के लिए जिम्मेदार था. 24 घंटे लगातार काम करने के बाद मेरी क्या हालत होगी?”
जानें कैसे करें डेंगू से बचाव
“हर मरीज बुखार से पीड़ित था. उनमें से कई मरीजों की ब्लड रिपोर्ट में साफ लिखा था कि उन्हें डेंगू है. लेकिन डॉक्टर्स उन पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे. क्योंकि अस्पताल में करीब 500 मरीज थे… जिला स्वास्थ्य अधिकारी कहते आ रहे हैं कि सभी अस्पतालों में डेंगू से लड़ने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हैं. लेकिन अस्पताल प्रबंधन असहाय है. अलिखित निर्देश है कि अस्पताल में आवश्यक सुविधाओं की कमी है, इस तथ्य को छिपाना होगा, वरना दबाव बढ़ जाएगा.”