Faridabad/Alive News: राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा किडनी दिवस पर जागरूकता अभियान चलाया गया। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि इस वर्ष किडनी दिवस का थीम सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य, देखभाल और इष्टतम दवा अभ्यास के लिए समान पहुंच रखा गया है।
इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ किडनी डिसीजेस और इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी द्वारा निरंतर बढ़ रही किडनी बीमारी को देख यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। यह प्रत्येक वर्ष मार्च माह के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। किडनी के निष्क्रिय होने के कई कारण होते हैं हम भारतीयों में मूल कारण उदासीनता या उपचार की व्यापक व्यवस्था का न होना पाया गया है तथा वर्तमान में उपचार की तो व्यापक व्यवस्था हो चुकी है पर अभी भी उदासीनता को कम नहीं किया जा सका है। किडनी से संबंधित बीमारियों में गुर्दे में पथरी होना, गुर्दे का कैंसर और गुर्दे का निष्क्रिय होना है। इन तीनों ही परिस्थितियों में समय रहते अगर उपचार करा लिया जाए तो किडनी को बचाया जा सकता है।
प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि किडनी की बीमारी के लक्षण किसी अन्य बीमारी के कारण भी हो सकते हैं इसलिए इन लक्षणों के दिखने का अर्थ यह नहीं है कि किसी में ये लक्षण दिख रहे हैं तो उसे किडनी की समस्या ही है यह किसी अन्य बीमारी के भी लक्षण हो सकते हैं। इसके बारे में उचित जानकारी के लिए सबसे पहले डॉक्टर से मिलें। इस बीमारी में शरीर में अत्याधिक मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ या इलेक्ट्रोलाइट बन सकते हैं जो कि विष का कार्य करने लगते हैं। किडनी की बीमारी के प्रारंभ में ये लक्षण हो सकते हैं जो समय के साथ बढ़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त किसी काम को करने या फिर चलने पर जल्दी थकान और सांस फूलने की शिकायत साधारण होती है।
किडनी रोगों से बचने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करने पड़ सकते हैं। किड़नी की समस्या को नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज और वेट कंट्रोल में रखना बहुत आवश्यक है प्रतिदिन पयाप्त मात्रा में पानी का सेवन हमारी किड़नी को स्वस्थ रखता है। इसके अतिरिक्त खाने में फल और हरी सब्जियां का अधिक प्रयोग किड़नी के लिए लाभकारी होता है। प्राचार्य ने एक्टिविटी कॉर्डिनेटर एवम विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए सभी से फ्रेश और मौसम के अनुकूल फल, हरी सब्जियां और आठ से दस ग्लास पानी प्रतिदिन नियमित रूप से लेने का परामर्श दिया।