September 29, 2024

विश्व एड्स दिवस : हर दूसरे दिन मिल रहा एक एड्स मरीज, इस साल अब तक 244 दिन में 8465 लोगों की जांच में मिले 105 मरीज

Chandigarh/Alive News: जिले के लिए लोगों के लिए यह सोचने वाली खबर है। जिले में एड्स के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस साल आंकड़ चौंकाने वाले है। इस साल अप्रैल से अब तक आठ माह (करीब 244 दिन)105 मरीज मिले हैं। यानी हर दो तीन दिन में एक मरीज मिल रहा है।

हालांकि कोरोना के चलते 2 साल में एड्स के लिए जांच में कमी आई है। जांच के लिए आने वाले सामान्य मरीज व गर्भवती महिलाओं की संख्या भी कम हुई है। सरकारी अस्पताल में पिछले 244 दिन में 105 मरीज जांच में एड्स पीड़ित हैं। पिछले 244 दिनों के दौरान सरकारी अस्पताल में 8465 लोगों (अप्रैल 2021 से 27 नवंबर 2021) की एड्स की जांच हुई। जिसमें 4132 सामान्य तथा 4333 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई।

सामान्य जांच वाले 4132 लोगों में से 90 लोग एड्स पीडि़त मिले हैं जबकि 4333 गर्भवती महिलाओं में से 15 एड्स पीड़ित मिली।पिछले साल अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक जिले में 11770 लोगों की एड्स की जांच हुई थी। जिसमें 4991 सामान्य मरीज तथा 6779 गर्भवती महिलाएं शामिल थे। इसमें 132 मरीज एड्स की बीमारी से पीडि़त मिले। इसमें गर्भवती महिलाओं की संख्या मात्र 4 चार थी जबकि सामान्य एड्स जांच कराने वालों की संख्या ज्यादा थी।

अधिकारियों की माने तो जो एड्स पीडि़त पाए जा रहे हैं, उनमें ड्राइवरों के अलावा लेबर तबका ज्यादा है। इसके अलावा बाहर करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि तलाक या जीवनसाथी की मौत के बाद दूसरी शादी करने वालों या फिर असुरक्षित संभोग करने वालों में एड्स के मामले बढ़ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में ऐसे केस आ चुके हैं, जिसमें जीवनसाथी की मौत के बाद दूसरी शादी करने के बाद उन्हें एड्स हो गया।

दो साल से घटी सैंपलिंग
कोरोना की वजह से सरकारी अस्पताल में दो साल में एड्स जांच में कमी आई है। कैंप भी कम लगे हैं। 2014 से मार्च 2020 तक हर साल 15 हजार से ज्यादा सैंपलिंग होती थी, लेकिन अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक 11770 लोगों की सैंपलिंग। इस साल 8465 की जांच हुई

114 गर्भवती भी मिली एड्स पीड़ित : 2012 से अब तक 67 हजार 147 गर्भवती महिलाओं की जांच में 114 गर्भवती में एड्स मिला है। सबसे ज्यादा अप्रैल 2016 से मार्च 2017 के बीच 20 गर्भवती में एड्स मिला है। इस साल अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 तक 15 गर्भवती महिलाएं एड्स पीड़ित मिल चुकी हैं जबकि इस वित्त वर्ष के अभी चार माह बाकी हैं।

क्या है एड्स : ऐक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम (एड्स) ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वायरस (एचआईवी) से फैलता है। यह वायरस रोग प्रतिरक्षा प्रणाली की टी-कोशिकाओं पर हमला करता है। संक्रमित व्यक्ति के संबंध से, संक्रमित रक्त के रक्त चढ़ाने,दूषित सुई से इंजेक्शन लगाने से फैलता है। यह प्रसव के दौरान या स्तनपान के जरिए से गर्भवती महिला से बच्चे में भी फैल सकता है।