November 16, 2024

कार्यशाला का उद्देश्य नये मॉडल पाठ्यक्रम को बेहतर समझ बनाना

Faridabad/AliveNews : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) द्वारा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए निर्धारित मॉडल पाठ्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा 15 फरवरी, 2018 को एक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। एआईसीटीई द्वारा हाल ही में इंजीनियरिंग के ग्रेजुएट व पोस्ट-ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए नया मॉडल पाठ्यक्रम जारी किया गया है और कार्यशाला का आयोजन नये मॉडल पाठ्यक्रम को लेकर बेहतर समझ बनाने तथा इसके प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अधिष्ठाता (संस्थान) प्रो. संदीप ग्रोवर ने बताया कि सभी राज्य विश्वविद्यालयों तथा संबद्ध कालेजों के प्रतिनिधियों को कार्यशाला के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसका उद्घाटन हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग की मुख्य सचिव ज्योति अरोड़ा करेंगी और कुलपति प्रो. दिनेश कुमार कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

उन्होंने बताया कि एआईसीटीई से प्रो. राजीव कुमार, सलाहकार-1 (पी व एपी) कार्यशाला में मुख्य वक्ता रहेंगे तथा इंजीनियरिंग कालेजों के लिए मॉडल पाठ्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर रणनीति बनाने के संबंध में जानकारी देंगे। इसके अलावा, यूजी व पीजी स्तर पर मॉडल पाठ्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर भी विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किये जायेंगे और संबंधित अहम मुद्दों पर चर्चा की जायेगी।

प्रो. ग्रोवर ने बताया कि औद्योगिक जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से एआईसीटीई द्वारा देशभर में इंजीनियरिंग व तकनीकी पाठ्यक्रमों में व्यापक बदलाव किया गया है। नया पाठ्यक्रम व्यावहारिक पहलुओं पर अधिक केन्द्रित है, जिसमें इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के लिए थ्योरी के साथ ज्यादा से ज्यादा लैब असाइनमेंट पर बल दिया गया है। नये पाठ्यक्रम में थ्योरी के लिए आवश्यक क्रेडिट को घटाते हुए ग्रीष्मावकाश के दौरान दो से तीन सप्ताह की इंटर्नशिप को जरूरी किया गया है ताकि उन्हें रोजगार के लिए जरूरी कौशल हासिल हो सके। इसके अलावा, आवश्यक इंडक्शन प्रोग्राम तथा वर्चुअल लैब की अवधारणा को भी नये पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है।