Palwal/Alive News : डीपीएमयू वारिश खान सुकेडिया ने बताया कि पलवल ब्लॉक के सभी गांवों में भूजल प्रबंधन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसे लेकर 30 फीसदी महिलाओं की भागीदारी के साथ एक ग्राम जल प्रबंधन समिति बनाने का फैसला लिया गया है।
डीपीएमयू महिलाओं, किसानों, युवाओं और स्कूली बच्चों के लक्षित समूहों के साथ काम कर रहे हैं। गांव के सभी जल निकायों (स्रोतों) का मानचित्रण कर रहे हैं, जिससे गांव का जल बजट तैयार किया जा सकेगा। इसके तहत पशुधन और कृषि के लिए पानी सहित गांव की दैनिक जल खपत, गांव के लिए जल सुरक्षा योजना (डब्ल्यूएसपी) लेकर आएंगे।
उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं और लाइन विभागों के साथ एक समग्र अभिसरण दृष्टिकोण के साथ कार्य करेंगे जहां गन्ना जैसी अत्यधिक पानी वाली फसलों के बजाय कम पानी वाली फसलों के साथ फसल विविधीकरण को अपनाने वाले किसानों द्वारा कृषि क्षेत्र में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई स्थापित कराएंगे।
डीपीएमयू मोहित कुमार ने बताया कि इसके तहत वर्षा जल संचयन संरचनाओं को स्थापित करके भूजल की कमी की दर को 50 फीसदी कम करने का लक्ष्य रखा है। डीआईपी टीम और डीपीएमयू द्वारा रजोलका गांव में भी बैठक की गई है। डीआईपी टीम ने बैठक के दौरान अटल भूजल यज्ञ और एक्वीफायर के अति-निष्कर्षण और शोषण के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे गांव के भूजल स्तर में गिरावट आई है। इस दौरान समुदाय से पानी से संबंधित मुद्दों और समस्याओं को सुना गया। महिलाओं की भागीदारी के साथ गांव के लिए जल सुरक्षा योजना तैयार करने के लिए विचारों को सांझा किया है। कुओं की सूची और कृत्रिम संरचना की जियो टैगिंग की गई।