New Delhi/Alive News : अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद महिलाओं के अधिकारों को लेकर जो आशंका जताई जा रही थी वह सच साबित होने जा रही है। तालिबान ने अपनी सरकार में किसी भी महिला को मंत्री नहीं बनाया है और जब इसके बारे में तालिबान से पूछा गया तो उन्होंने बहुत ही शर्मनाक बयान दिया। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि महिलाओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए, प्रवक्ता ने आगे कहा कि महिलाएं सिर्फ बच्चे पैदा करने पर ध्यान दें।
तालिबान के आधिकारिक प्रवक्ता सैयद जकिरुल्लाह हाशमी ने यह बयान दिया है। महिलाओं के अधिकारों को कुचले जाने के खिलाफ अफगानिस्तान में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि विरोध करने वाली महिलाएं पूरे अफगानिस्तान की महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं। 20 साल पहले अफगानिस्तान में जब तालिबान का राज हुआ करता था तो उस समय भी महिलाओं के अधिकारों को कुचला जाता था और इस बार अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद जब तालिबान ने फिर से सरकार बनाई है तो यही आशंका थी कि तालिबान महिलाओं के अधिकारों को कुचलेंगे, और यह आशंका अब सच हो रही है।
अफगानिस्तान के कई लड़ाके अब खुले तौर पर वहां के शहरों में महिलाओं पर चाबुक चलाते हुए नजर आ रहे हैं। जहां पर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही हैं वहां पर उन्हें बुरी तरह से पीटा जा रहा है।
तालिबान ने सिर्फ महिलाओं के अधिकारों को खत्म करना ही शुरू नहीं किया है बल्कि स्कूल तथा कॉलेजों में महिलाओं को दी जा रही शिक्षा को लेकर भी कई पाबंदिया लगाना शुरू कर दिया है। हाल ही में एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें देखा जा रहा था कि कॉलेजों में पर्दा लगवा दिया गया है और पर्दे के एक तरफ लड़के तो दूसरी तरफ लड़कियां बैठ कर पढ़ाई कर रहीं थी।