Faridabad/Alive News : बुजुर्गों की सेवा ईश्वर पूजा के बराबर है जो लोग बुजुर्गों का मान और सम्मान करते है उनसे परमात्मा भी प्रसन्न रहते हैं, क्योंकि बुजुर्गों के आशीर्वाद में सफलता की कामना छुपी होती है और वे लोग हमेशा सफलता की बुलंदियों को छूते हैं जो परिवार और समाज में बुजुर्गों का मान सम्मान करते हैं।
यह बात जाट समाज की ओर से आयोजित बुजुर्ग सम्मान समारोह में जाट समाज के जिलाध्यक्ष जेपीएस सांगवान ने जनपद के गांव खेडी कला में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की महिला व पुरूषों को सम्मान करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के पावन पर्व पर बुजुर्गों का सम्मान हमारा कर्तव्य बन जाता है। भारतीय संस्कृति और त्यौहार हमें बुजुर्गों का सम्मान करना सीखाते हैं।
जाट समाज के जिला महासचिव एचएस मलिक ने कहा कि जाट समाज नैतिकता के पथ पर हमेशा अग्रसर रहा है और समाज के उत्थान हेतू समय-समय पर सामाजिक कार्यो में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है जिसमें स्वास्थ्य संबंधी सेवा, गरीब व बेसहारा बच्चों की शिक्षा, युवतियों को व्यवसायिक शिक्षा जैसे कार्यक्रम आयोजित कर समाज में अपनी भागेदारी निभाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज ऐसे सामाजिक संगठनों की आवश्यकता है जो लोगों की मदद के लिए आगे आए ताकि कमजोर वर्ग भी अपने आपको समाज का हिस्सा समझ सके। इस अवसर पर गांव के बुजुर्गों ने जाट समाज के लोगों को आशीर्वाद देते हुए ऐसे पुनीत कार्यों में अग्रसर रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में आर.एस.दहिया, महेंद्र सिंह श्योराण, एच.एस. ढिल्लो, बिजेंद्र फौजदार, रामरतन नर्वत, टी.एस. दलाल सहित अनेक समाज के लोग उपस्थित थे।