Faridabad/Alive News : एक नंबर मार्केट स्थित सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर के श्री सनातन धर्म महाबीर दल द्वारा मनाया जाने वाला दशहरा उत्सव इस बार भी राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण खटाई में पड़ता दिखाई दे रहा है। क्योंकि दशहरा उत्सव मनाने के लिए जिला प्रशासन ने अभी तक परमिशन ही नहीं दी है, जबकि दल की ओर से 22 अगस्त को परमीशन मांगी गई थी। आरोप है कि प्रशासन परमीशन देने में टालमटोल कर रहा है।
परमीशन न मिलने से दशहरा उत्सव को लेकर दल की ओर से अभी तक किसी तरह की तैयारियां शुरू नहीं की गई हैं। दल का आरोप है कि एक विधायक के हस्तक्षेप के कारण जान बूझकर परमीशन को देने में प्रशासन की तरफ से देरी की जा रही है, ताकि दशहरा उत्सव नहीं मनाया जा सके। दशहरा उत्सव में पिछले साल की तरह इस बार भी राजनीतिक दखलंदाजी से दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में रोष है। इसीलिए इस मुद्दे को लेकर रविवार को दल के बैनरतले एक नंबर स्थित सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर में एक मीटिंग सुबह 11 बजे हो रही है। इसमें शहर की करीब 35 संस्थाओं के साथ ही सनातन धर्म महाबीर दल के 40 शहरों से पदाधिकारी आ रहे हैं।
मीटिंग की अध्यक्षता सनातन धर्म महाबीर दल पंजाब के अध्यक्ष महंत स्वरूप बिहारी शरण अध्यक्षता करेंगे। सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया के अनुसार मीटिंग में दशहरा उत्सव को लेकर एक एमएलए के हस्तक्षेप के कारण जिला प्रशासन द्वारा अभी तक परमीशन नहीं दिए जाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। साथ ही आगे की रणनीति भी तय की जाएगी। भाटिया का कहना है कि उनकी संस्था की तरफ से 65 साल से दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन पिछले साल एक एमएलए की दखलंदाजी के कारण दशहरा उत्सव नहीं मनाया जा सका था।
इस बार भी उक्त एमएलए के दबाव में ही जिला प्रशासन ने दशहरा उत्सव मनाने के लिए अभी तक परमीशन नहीं दी है। भाटिया का कहना है कि वे हर साल दशहरा उत्सव की तैयारियां राखी के बाद शुरू कर देते थे, लेकिन इस बार अभी तक परमीशन ही नहीं मिली है। इससे संस्था की तरफ से अभी तक तैयारियां शुरू नहीं की गई हैं। उनका कहना है कि रविवार को होने वाली मीटिंग में विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी एक ठोस निर्णय लेकर आगे की रणनीति का ऐलान करेंगे।