Faridabad/Alive News : कार चालकों को एक दिन के लिए अपनी कार नहीं चलाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दुनिया भर में हर साल 22 सितंबर को वर्ल्ड कार-फ्री डे मनाया जाता है। इस कार्यक्रम में नागरिकों को कार-मुक्त होने के कई लाभों के बारे में बताया गया है। जैसे वायु प्रदूषण कम करना और सुरक्षित वातावरण में पैदल चलने और साइकिल चलाने को बढ़ावा देना शामिल है।”
विश्व कार मुक्त दिवस का इतिहास
1990 के दशक से आइसलैंड, यूके आदि देशों में कई अनौपचारिक कार-मुक्त दिनों का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि, 2000 में कार्बस्टर्स द्वारा शुरू किए गए वर्ल्ड कार-फ्री डे के साथ अब यह अभियान वैश्विक हो गया है।
विश्व कार फ्री डे का महत्व
विश्व कार-मुक्त दिवस धरती से गर्मी को दूर करने का सही समय है। इसका मकसद शहर के योजनाकारों और राजनेताओं को इस बात के लिए प्रेरित करना है कि वे मोटर वाहनों के बजाय साइकिल चलाना, पैदल चलना और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें। कारों के कारण होने वाले प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने और कार के प्रभुत्व वाले समाज के विकल्प को खोजने की जरूरत पर जोर देने के लिए दुनिया भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
ऐसे थम सकता है प्रदूषण
दुनियाभर की सरकारें अपने नागरिकों को ऐसे उपाय अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जिससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। इसमें लोगों को वाहन शेयरिंग जैसे बाइक या टैक्सी पूलिंग करने के लिए प्रेरित किया जाता है। साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इन उपायों को अपनाने से न सिर्फ लोगों की यात्रा करने के तरीके में बदलाव आया है, बल्कि यातायात की भीड़ में भी सुधार हुआ है। मोटर वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन और वायु प्रदूषण भी कम हुआ है। हालांकि, अब सरकारें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा दे रही हैं। साथ ही इसे अपनाने के लिए लोगों को कई इंसेंटिव और सब्सिडी भी दी जा रही है। क्योंकि बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों से वायु प्रदूषण नहीं फैलता है।