November 20, 2024

व्हीकल्स इंडिया 2017′ सेमिनार में सेना की ताकत बढ़ाने पर दिया जोर

New Delhi/Alive News : आर्मी चीफ बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि इलाके में होने वाले बदलावों के चलते टैंक जैसे आर्म्ड व्हीकल्स का ईस्टर्न बॉर्डर के साथ-साथ वेस्टर्न बॉर्डर पर ऑपरेट होना जरूरी है। उन्होंने कहा, “इस वक्त हम कोई गलती नहीं कर सकते। हमें क्या चाहिए, इस पर फैसला कर लिया गया है। हमारी क्षमताएं क्या हैं और हमें क्या हासिल करना है। हमारे पास दिन-रात ऑपरेट करने की क्षमता होनी चाहिए।” आर्मी चीफ ने सेना की ताकत बढ़ाने पर जोर दिया। “फ्यूचर आर्म्ड व्हीकल्स इंडिया 2017′ सेमीनार के इनॉगरल सेशन में आर्मी चीफ ने सेना की ताकत बढ़ाने पर जोर दिया।

और क्या कहा आर्मी चीफ ने?

भविष्य के हालात से निपटने के लिए तैयार रहें
– बिपिन रावत ने कहा, “आने वाले वक्त में युद्ध के हालात मिलेजुले रहेंगे। इससे निपटने के लिए फोर्सेस को अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत है। थार का कुछ हिस्सा कड़ा हो रहा है। नहरों के बनने से बंजर जमीन पर हरियाली आ रही है और पॉपुलेशन बढ़ रही है। इससे हमारी चुनौतियां बढ़ी हैं।”

दोनों हालात में ऑपरेट करने की क्षमता हो

– “नहरों की व्यवस्था आने के साथ ही हमें पुलों की जरूरत पड़ेगी और उस व्यवस्था की भी जिससे आर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल्स इन हालातों से निपट सकें। सारी चीजों को देखते हुए मेरा मानना है कि जंग का मैदान पेंचीदा होता जाएगा और इलाका इस पेंचीदगी को और बढ़ाएगा। आर्म्ड व्हीकल्स में नॉर्दन और ईस्टर्न दोनों बॉर्डर्स पर ऑपरेट करने की क्षमता होनी चाहिए। इसी तरह से जो भी हथियार हम सेना में शामिल करने जा रहे हैं, उनमें दोनों सीमाओं के हालात में काम करने की कैपेबिलिटी होनी चाहिए।”

आर्मी के मॉडर्नाइजेशन की डेडलाइन होगी

– आर्मी चीफ ने कहा कि हम अपनी मैकेनाइज्ड फोर्स को मॉडर्नाइज्ड करने की तरफ ध्यान दे रहे हैं और इसके लिए टाइमलाइन होगी। हम 2025 से 2027 के बीच सेना में मॉडर्न टैंक और इन्फेंट्री कॉम्बैट व्हीकल शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं। ये वो वक्त है, जब हम कोई गलती नहीं कर सकते हैं। हमारे पास दिन-रात ऑपरेट करने की क्षमता होनी चाहिए और ऐसा करते वक्त हमें इन्फेंट्री की जरूरतों को ध्यान में रखना होगा।”