Faridabad/Alive News : आज फरीदाबाद के स्टोन क्रेशरों पर कार्य करने वाले मजदूरों का सिलिकोसिस जागरूकता एवं स्वास्थ्य जांच शिविर सहायक निदेशक औद्योगिक स्वास्थ्य कम सर्टिफाइंग सर्जन एनआईटी फरीदाबाद के कार्यालय में लगाया गया और इस शिविर में करीब 60 क्रेशर मजदूरों ने हिस्सा लिया और सभी मजदूरों की स्वास्थ्य की जांच की गई और उन्हें सिलिकोसिस बीमारी के बारे में एक फिल्म के माध्यम से जागरूक किया।
इस दौरान सहायक निदेशक औद्योगिक स्वास्थ्य डॉ. हरेन्द्र मान ने हरियाणा सिलिकोसिस पुनर्वास नीति जो की हरियाणा सरकार ने जरवरी 2017 में लागू की गई है। जिसके तहत मजदूरों को आर्थिक सहायता दी जाती है के बारे में विस्तृत जारकारी दी। उन्होंने बताया कि यह बीमारी सिलिका धूल से होती है, जिसके कण बहुत बारीक होते है। जिसका बचाव हम गमछा बांधकर या डाक्टर वाला मास्क पहनकर नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि इसके बचाव के लिए एक स्पेशल मास्क आता है। जिसका नाम रेस्पीरेटर एन-95 है। कैम्प के माध्यम से डॉ. मान सभी मजदूरों को यह सलाह देते है कि जहां भी सिलिका धूल होती है वहां मजदूर को रेस्पीरेटर एन-95 मास्क पहन कर ही कार्य करना चाहिए। ताकि इस भयंकर बीमारी से बचा जा सके।