November 17, 2024

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ने मनाया विश्व मानवाधिकार दिवस

Faridabad/Alive News : तिगांव स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार दिवस (ह्यूमन राइट डे) के अवसर पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से स्पीच सैशन का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने मानवाधिकार के विषय पर अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। स्पीच सैशन में बच्चों ने बहुत ही सुंदर ढंग से अपने-अपने विचारों को प्रकट किया, जिसे उपस्थित गणमान्य लोगों ने काफी सराहा। स्पीच सैशन के विजेताओं को चेयरमैन धर्मपाल यादव ने पुरस्कृत करके प्रोत्साहित किया।

इसके अतिरिक्त इस आयोजन के दौरान अन्य प्रतियोगिताओं जैसे स्लोगन राइटिंग, पेंटिंग आदि का भी आयोजन किया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजन के दौरान विद्यार्थियों को मानवाधिकार दिवस और मानवाधिकारों की जानकारी देते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि मानव अधिकारों को पहचान देने और वजूद को अस्तित्व में लाने के लिए, अधिकारों के लिए जारी हर लड़ाई को ताकत देने के लिए हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस यानी यूनिवर्सल ह्यूमन राइट्स डे मनाया जाता है। पूरी दुनिया में मानवता के खिलाफ हो रहे जुल्मों-सितम को रोकने, उसके खिलाफ संघर्ष को नई परवाज देने में इस दिवस की महत्वपूर्ण भूमिका है।

यादव ने कहा कि किसी भी इंसान को जिंदगी जीने,आजादी, बराबरी और सम्मान का अधिकार है। भारतीय संविधान इस अधिकार की न सिर्फ गारंटी देता है, बल्कि इसे तोडऩे वाले को कानून सजा भी देता है। इस अवसर पर स्कूल के अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल ने दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए एक विशेष स्पीच प्रोग्राम को संबोधित किया। इस सैशन में बच्चों को मानवाधिकारों के बारे में बताते हुए कहा कि आज दुनिया मानव अधिकार दिवस को मना रही है। इस दिन किसी व्यक्ति की जिंदगी, जीने के तरीके, उसकी आजादी, समाज में बराबरी का दर्जा और सम्मान (इज्जत) से जीने का अधिकार है। हमारा भारतीय संविधान इन अधिकारों को न सिर्फ लोगों को उनके मानवाधिकारों को देता है, बल्कि उसकी गारंटी भी देता है, इसे तोडऩे वाले को सख्त सजा दी जाती है। लेकिन देश में आज भी शहरी चमक-धमक से दूर बैठे हजारों लोगों को उनके अधिकारों का इंतजार है। अधिकारों की रक्षा के लिए मूल तथ्यों और संविधान के महत्व को समझना जरूरी है।

हर व्यक्ति अपने अधिकारों के साथ कर्तव्य निर्वहन के लिए जागरूक हो। इसके लिए हर युवा से लेकर स्कूल छात्र और गांव-ढाणी की आम जनता तक को जागरूक किया जाना जरूरी है। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल शिवानी श्रीवास्तव, अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल, शम्मी यादव, योगेन्द्र चौहान व अन्य अध्यापकों सहित अनेक गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।