Agra : ताजनगरी में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां बिना बारात, फेरों और जयमाल के 17 मिनट में लड़का-लड़की सात जन्मों के बंधन में बंध गए। ऑर्गनाइजर्स का कहना है कि ऐसी शादी दहेजप्रथा और फिजूल खर्च पर पर कड़ा प्रहार है।
मंगलसूत्र की जगह पहनाया काला धागा…
– मलपुरा थाना में कबीरपंथियों ने रमणी विवाह का आयोजन किया।
– इस दौरान कबीरपंथी किशन और सुधा की शादी रमणी विवाह के तहत हुई।
– इस शादी में वर और वधु सादे तरीके से आए और कबीर की प्रतिमा के सामने परिवार की मौजूदगी में एक-दूसरे को स्वीकारने की शपथ लेकर विवाह बंधन में बंध गए।
– इस दौरान किसी भी जगह धन या आभूषणों का लेनदेन नहीं हुआ।
– लड़के ने लड़की की मांग में अपने नाम का सिंदूर भरा और मंगलसूत्र की जगह काला धागा पहनाया और सबका आशीर्वाद लिया।
– खास बात यह रही कि समाज की एक विशेष आरती जो मात्र 17 मिनट तक की थी, उसी में पूरी शादी की रस्म हो गई और वर-वधु शादी के बंधन में बंध गए।
इस प्रथा से खत्म होगी दहेज प्रथा
– कबीरपंथियों के सतगुरु रामपाल के अनुसार, यह पद्ति रमणी के नाम से जानी जाएगी और भविष्य में हमारे समाज में इसी तरह की शादियां होंगी।
– इस प्रथा से दहेज प्रथा खत्म होगी और शादी में खर्च होने वाला धन लड़का-लड़की के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें दे दिया जाएगा।