November 19, 2024

हर खेत-स्वस्थ खेत योजना के तहत 75 लाख मिट्टी के नमूनों की होगी जांच : मुख्यमंत्री

Palwal/Alive News : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने चंडीगढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 14 जिलों में 40 मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का ऑनलाइन उद्घाटन किया। पलवल में यह मृदा परीक्षण प्रयोगशाला अनाजमंडी में बनाई गई है, जिस पर 56 लाख 48 हजार रुपए की राशि खर्च हुई है। लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पलवल के विधायक दीपक मंगला व उपायुक्त कृष्ण कुमार ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और उन्होंने मुख्यमंत्री के आवाहन मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का उद्धघाटन किया।

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने संबोधन में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना के लिए कृषि एवं कल्याण विभाग के अधिकारियों को बधाई दी और आह्वान किया कि वे स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले विज्ञान के विद्यार्थियों को मिट्टी के नमूने एकत्रित करने तथा जांच करने के कार्य से जोड़ेें, ताकि आरंभ से ही विज्ञान के विद्यार्थियों में जिज्ञासा पैदा हो और वे अधिक से अधिक खेतों की मिट्टी जांच करने के कार्य में सहयोग दे सकें। उन्होंने कहा कि स्कूल व कॉलेज की लैब में भी मिट्टी जांच के कार्य को आरंभ करवाया जाना चाहिए, सरकार की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई स्कीम हर खेत-स्वस्थ खेत के तहत लगभग 3 वर्ष में 75 लाख मिट्टी के नमूने की जांच कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य जांच कार्ड वितरित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से भूमि स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम शुरू किया था जिसके तहत भूमि की स्वास्थ्य जांच कार्ड बनाए जा रहे हैं। इससे किसानों को खाद, दवाई की मात्रा के बारे में उचित जानकारी मिलेगी। विधायक दीपक मंगला ने कहा कि किसानों के फायदे के लिए खेत की मिट्टी की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने मृदा परीक्षण की सौगात देकर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल निरंतर किसानों की भलाई के लिए योजना बना रहे हैं ताकि किसानों की आय को दोगुना किया जा सके। उन्होंने कहा कि मिट्टी जांच कार्य में स्कूल, कॉलेजों के बच्चे भी कर सकेंगे तथा सरकार की ओर से उन्हें प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि किसान फसलों की बिजाई से पहले अपनी खेत की मिट्टी व पानी जांच अवश्य करवाएं। मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में मिट्टी की जांच के बाद किसानों को सॉयल हैल्थ कार्ड जारी किया जाएगा, जिससे किसानों को पता चल सकेगा कि उनकी भूमि में किस-किस पोषक तत्व की कमी है ताकि किसान उन पोषक तत्वों को संतुलित कर भूमि की उर्वरक शक्ति को बढ़ाकर अधिक से अधिक पैदावार कर सकें तथा किसान के खेत में होने वाली उपज की गुणवत्ता भी बनी रहे। यह प्रोजेक्ट किसानों के हित में बहुत ही कारगर सिद्ध होगा। इसके किसानों की उपज में बढ़ोतरी होगी और उनकी आय भी बढ़ेगी।

उपायुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि मृदा परीक्षण प्रयोगशाला से किसानों को बड़े स्तर पर फायदा मिलेगा। किसानों को चाहिए कि वे निरंतर अपने खेत की मिट्टïी की जांच करवाते रहें तथा भूमि में पोषण तत्वों के संबंध में जानकारी प्राप्त करते रहे। इसी के अनुसार खेत में खाद व दवाइयों का उपयोग करें। इस मौके पर उपनिदेेशक कृषि डा. महावीर सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर एसडीएम पलवल वैशाली सिंह, उपमंडल अधिकारी कृषि कुलदीप तेवतिया, भूमि परीक्षण अधिकारी सुमेर सिंह, पवन अग्रवाल, एलडी वर्मा, हरेंद्र तेवतिया, प्रदीप आदि लोग वहां उपस्थित रहे।