Faridabad/Alive News : जे. सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के साहित्य एवं भाषा विभाग द्वारा पॉलीफनी नामक दो दिवसीय ऑनलाइन साहित्यिक कार्यक्रम संपन्न हो गया। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों से लगभग 150 प्रतिभागियों की प्रतिभागिता रही। समापन सत्र समारोह में पूर्व विधायक, उचाना, जींद से प्रेमलता सिंह मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुई। पंडित जवाहर लाल नेहरू गवर्नमेंट कॉलेज से डॉ. नील कंवल मुख्य वक्ता रहीं।
समापन सत्र में कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग और लिबरल आर्ट्स एंड मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ दिव्यज्योति सिंह और आयोजन सचिव ममता बंसल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने की। समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रेमलता सिंह ने आजादी से पहले और आजादी के बाद महिलाओं के अधिकारों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया, और साथ ही उन्होने दीनबंधु सर छोटूराम द्वारा महिलाओं को अधिकार दिलाकर सशक्त बनाने के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिलाओं की हर वर्ग व हर क्षेत्र में भागीदारी को लेकर चर्चा की।
‘लिंग संवेदनशीलता और नेतृत्व में महिलाएं’ के विषय पर बोलते हुए डॉ. नील कंवल ने महिला अधिकारों को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होने नारीवाद पर बल दिया। उन्होंने साहित्य में महिला के योगदान एवम् महत्व के बारे में भी बताया। इससे पहले प्रो अतुल मिश्रा ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और कहा कि साहित्य विभाग अनुसंधान और पाठ्यक्रम विकास में लगातार योगदान दे रहा है। डॉ दिव्या ज्योति सिंह ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि विभाग का प्रयास छात्र केंद्रित कार्यक्रम विकसित करने का है।
कुलसचिव डॉ एस.के. गर्ग ने सभी उपस्थित गणमान्यों का स्वागत करते हुए महिला सशक्तिकरण और महिला की प्रगति पर जोर दिया और इसे समाज के लिए अनिवार्य बताया। उन्होने साहित्य और भाषा विभाग द्वारा आयोजित पॉलीफनी नामक दो दिवसीय ऑनलाइन साहित्यिक कार्यक्रम की सराहना की। ओन्ड्रिला दास ने कार्यक्रम में वक्ताओं, अतिथियों तथा प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।