Faridabad/Alive News : पुलिस को उस वक्त बडी कामयाबी मिली जब एनआईटी क्षेत्र के गांव धौज के पवित्र स्थान मदरसे से धौज पुलिस चौकी ने पशुओं की खालों से भरी दो गाडिय़ों को बरामद कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो आरोपी भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया है जहां से अदालत ने तीनों आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस गिरफ्त में दिखाई दे रहे यह तीनों शख्स बेहद शातिर बदमाश ही नहीं पशु तस्कर भी है जो पशु तस्करी करके उनकी खाल और मांस बेचने का काम पिछले कई सालों से कर रहे हैं। दरअसल आज रात को करीब 2 बजे मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि धौज गांव में एक मदरसे के अंदर पशुओं की खाल लोड की जा रही है। पुलिस ने तुरंत सूचना मिलते ही गौ रक्षक दल, धौज चौकी इंचार्ज सत्य नारायण और मुखबीर को साथ लेकर मदरसे में छापामारी की और वहां से फलों से भरी दो गाडिय़ां बरामद कर ली। दोनों गाडिय़ों में ऊपर तक पशुओं की खाल भरी हुई थीं। पुलिस ने जिन्हें अपने कब्जे में ले कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो आरोपी रात के अंधेरे का फायदा उठा कर भागने में कामयाब हो गए।
इस मामले के मुख्य आरोपी धौज गांव निवासी साबिर की माने तो पिछले 5 सालों से वह अपने साथियों के साथ पशुओं की खाल बेचने का धंधा कर रहा है। मगर इस धंधे का साबिर को बिल्कुल भी एहसास नहीं हैं क्योंकि उसका कहना है कि वो गलत काम नहीं कर रहा है क्योंकि सरकार ने उन्हें मवेशियों की खाल बेचने का ठेका दिया हुआ है। साबिर की माने तो वह इन खालों को मेरठ बाजार में जा कर बेचता है और उसे अपनी गलती पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है।
धौज पुलिस चौकी इंचार्ज सत्यनारायण ने बताया कि बीती रात उन्हें मुखबिर से धौज गांव में पशुओं की खाल छुपाए जाने की सूचना मिली थी जो उन्होंने चौकी के स्टाफ मुखबिर और गौ रक्षक दल के कार्यकर्ताओं के साथ छापेमारी कर वहां से तीन लोगों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों के कब्जे से 365 गायों की खाल 54 बकरों की खाल तथा छह बछड़ों की खाल बरामद की गई है जबकि इन के फरार दो साथियों की पुलिस गहनता से तलाश कर रही है जिन्हें पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी।