November 16, 2024

व्यापारी बन बागवानों को करोड़ों रुपये की चपत लगाकर हुए फुर्र

Delhi/Alive News : दिल्ली से व्यापारी बनकर आए कुछ लोग हिमाचल के बागवानों को करोड़ों रुपये की चपत लगाकर फुर्र हो गए। इन लुटेरों ने हिमाचल के बागवानों से करोड़ों रुपये का सेब खरीदा। जब पैसा देने की बारी आई तो ये लोग भाग निकले। इसके बाद सेब बागवानों और आढ़तियों की नींद उड़ गई है।

बागवानों ने यह मामला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उठाया तो उन्होंने सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। शिमला जिले के ठियोग क्षेत्र के कुछ सेब बागवानों ने पराला मंडी में आढ़ती का काम करना शुरू किया। इन्होंने स्थानीय सेब बागवानों से करोड़ों रुपये की खरीद कर ली। इनमें मदन शर्मा ने एक करोड़ रुपये, वीरेंद्र धांटा ने तीन करोड़ रुपये, मोहन लाल ने सवा करोड़ रुपये, राजेश शर्मा ने डेढ़ करोड़ रुपये और रमेश वर्मा ने लगभग 40 लाख रुपये के सेब खरीदकर आगे व्यापारी बनकर आए लुटेरों को बेचे।

पुलिस को भेजी अपनी शिकायत में मदन शर्मा, वीरेंद्र धांटा और रमेश वर्मा ने कहा है कि वे खुद भी बागवानी करते हैं। इसके अलावा पराला मंडी में अन्य बागवानों से सेब खरीदकर दिल्ली और देश भर के अन्य भागों से आने वाले व्यापारियों को बेचते हैं।

उनके पास तीन लोग व्यापारी बनकर सेब खरीदने आए। ये दिल्ली की एक जानी-मानी फर्म से जुडे़ हुए थे। इस फर्म का मालिक भी पराला मंडी आया। उसने भी इन्हें अपने साथ काम करने की बात स्वीकार की। शुरू में ये सेब खरीद का तत्काल भुगतान करते रहे। बाद में खरीद बढ़ाते गए।

करोड़ों की खरीद करने के बाद ये 28 अगस्त 2017 की रात को पराला मंडी से भाग गए। जब इस फर्म के मालिक से बात की गई तो वह आश्वासन देता रहा कि पैसा मिल जाएगा। करीब एक करोड़ रुपये लुटा चुके मदन शर्मा ने बताया कि वह पेमेंट लेने सीधे दिल्ली गए तो उनसे खरीदे सेब के बक्सों से भरे ट्रक इसी फर्म के बाहर खड़े थे, मगर खरीदे गए सेब के पैसे आज तक नहीं मिले।

इस ठगी की सूचना स्थानीय पुलिस को सितंबर में दे दी गई थी, मगर ठगी का मामला छह फरवरी को दर्ज हुआ। पुलिस की जांच संतोषजनक न होने के कारण ये बागवान और आढ़ती सीएम जयराम ठाकुर से मिले और उनसे सीआईडी जांच की मांग की।

सीएम जयराम ठाकुर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए डीजीपी एसआर मरडी को इसकी छानबीन सीआईडी को देने के आदेश दिए हैं। डीजीपी ने जांच अब सीआईडी की अपराध अन्वेषण शाखा के डीआईजी विनोद कुमार धवन कोे दी है।

डीजीपी के आदेश मिले हैं। उनसे इस मामले पर चर्चा की जा रही है। पुलिस महानिदेशक को केस सीआईडी को हस्तांतरित करने को लिख दिया गया है। ठगी के इस मामले की गंभीरता से जांच होगी। – डॉ. विनोद कुमार धवन, डीआईजी, सीआईडी (अपराध शाखा), हिमाचल प्रदेश