November 20, 2024

स्कूल के बाहर तम्बाकू की दुकान… कहां है विभाग ?

स्कूलों के बाहर किताबों की जगह बिक रहा धीमा जहर

Poonam Chauhan/Alive News : शिक्षा विभाग के आला अधिकारी अपने कार्यो को लेकर कितने सक्रिय हैं, इसका अंदाजा स्कूलों के पास खुलेआम बिकने वाले तम्बाकु और सिगरेट की दुकानों को देखकर लगाया जा सकता है। शहर में अधिकतर सरकारी और निजी स्कूलों के बाहर तम्बाकु विक्रेताओं का बिजनेस फलफूल रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग और स्वास्थ विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। मालूम हो कि केंद्र सरकार की ओर से गुटखा, बीड़ी व सिगरेट आदि के मानक तय किए हुए हैं।

शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के आस-पास इनकी बिक्री प्रतिबंधित है, लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की शह पर शिक्षण संस्थाओं के बाहर पान, बीड़ी, सिगरेट व गुटखा आदि की खूब बिक्री हो रही है। इसकी वजह से इन स्कूलों में पढऩे वाले छात्र इनका प्रयोग करने लगते हैं। जिसका उनकी पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। आपको बता दे कि सेकंडरी शिक्षा हरियाणा के निदेशक ने सभी खंड एवं जिला अधिकारियों को पत्र भेजकर स्कूलों को तंबाकू मुक्त बनाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें लिखा गया है कि स्कूलों के बाहर 250 मीटर तक तंबाकू से संबंधित उत्पादों की बिक्री नहीं की जाएगी। लेकिन जो ऐसा करते हुए पकड़ा गया उसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग की तरफ से नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

इस निर्देश के तहत खंड एवं जिला शिक्षा अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों और आसपास के क्षेत्र को तंबाकू मुक्त क्षेत्र बनाऐंगे और स्कूलों के बाहर तंबाकू मुक्त स्कूल धूम्रपान निषेध क्षेत्र की चेतावनी से संबंधित साइन बोर्ड भी लगाया जाना था। लेकिन अभी तक ना तो यह दुकाने बंद हुई है ना ही स्कूलों के बाहर धुम्रपान से संबंधित कोई भी साईन बोर्ड देखने को मिल रहा है। सरकार की स्कूलों को तम्बाकु मुक्त बनाने की योजना सरकारी कागजों में अपना असर दिखा रही है लेकिन वास्तविकता इससे अलग है। शिक्षा विभाग और स्वास्थ विभाग इस योजना को लेकर कितनी प्रसारत है स्कूलों के बाहर खुलेआम चल रही इन दुकानों को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

– नहीं हो रही कार्यवाही
स्कूल के बाहर धीमा जहर बेच रहे इन विक्रेताओं पर शिक्षा विभाग और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ना ही अधिकारियों द्वारा इन दुकानों को बंद करवाने के लिए कोई औचक निरीक्षण किया जा रहा है। स्कूल प्रशासन द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं प्रशासनिक अधिकारियों की सह में यह दुकाने फलफूल रही है और अपना बिजनेस चला रही हैं।

– बच्चों की सेहत से खिलवाड़
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण शहर के हजारों छात्र नशे के आदी बनते जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग वैसे तो स्कूली छात्रों की सेहत को लेकर ढ़ेरो जागरूकता कार्यक्रम करता है लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है। क्या स्वास्थ्य विभाग का कार्य महज केवल जागरूकता फैलाना ही रह गया है, एक्शन लेना नही। छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर अधिकारी क्या कदम उठाते है यह देखना अभी बाकी है।

– क्या कहती है जिला शिक्षा अधिकारी
इस संबंध में सभी खंड जिला शिक्षा अधिकारियों को लेटर भेजा जा चुका है। अभी उनकी तरफ से कोई जवाब नही आया है, रिपोर्ट आने के बाद बताया जाएगा कि कितने स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
-सतेन्द्र कौर वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी।