November 16, 2024

यूपी के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में फरीदाबाद की तीन महिलाओं ने गंवाई जान, घर पहुंचा शव

Faridabad/Alive News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग में हुए दर्दनाक हादसे कि आग अब फरीदाबाद से भी फैलने लगी है। बता दें की सत्संग में भगदड़ मचने के चलते 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हैं।

भगदड़ में नीचे गिरकर दबने मरने वालों में से तीन महिलाएं फरीदाबाद की रहने वाली थी। जिनमें दो लीला,और सरोज राम नगर की और एक संजय कॉलोनी की रहने वाली तारा थी जिनके शव आज उनके घर पहुंचे । यह सभी महिलाएं परसों एक बस द्वारा 50 से 60 लोग सत्संग सुनने हाथरस गए थे आज उनके शव जब उनके घर पहुंचे तो न केवल उनके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था बल्कि पूरे रामनगर के लोग इस हादसे के बाद गमगीन थे।

मृतिकाओं के परिजनों में वीरपाल गौतम और प्रेम चंद ने बताया कि परसों भोले बाबा के सत्संग के चलते यहां से एक बस 50-60 लोगों को लेकर गई थी और सत्संग में भगदड़ बचने के चलते बहुत लोगों की मौत हुई है जिनमें उनके परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। लोगों ने प्रशासन पर जहां बदइंतजामी के आरोप लगाए हैं वहीं उन्होंने भोले बाबा पर भी कार्रवाई करने की बात कही है।

उनका कहना था कि यह सत्संग 50000 हज़ार लोगों के लिए आयोजित किया गया था लेकिन वहां एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए लेकिन इंतजाम पुख्ता नहीं थे। उन्होंने बताया कि जब बाबा जाने लगे तब वहां जल छिड़का जाता है और बाबा के पैरों की मिट्टी लेने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई और वहां कीचड़ होने के चलते लोग फैसल कर गिर गए और भीड़ उनके ऊपर से गुजरती रही जिसके चलते श्रद्धालुओं को जान गंवानी पड़ी।

वहीं सत्संग से जान बचाकर लौटी एक महिला राजकुमारी ने बताया कि सत्संग में काफी भीड़ थी जब बाबा जाने लगे तब वहीं के लोकल लोगों ने महिलाओं के सोने चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्का-मुक्की की कोहनियां मारी जिसके चलते भगदड़ मच गई।

राजकुमारी ने बताया की नीचे पानी गिरने के चलते जमीन गीली थी इसी कारण से महिलाए और बच्चे फिसल कर गिर गई और उनकी मौत हो गई।वहीं इस हादसे में इतनी जाने चली जाने के बावजूद एक अंधभक्त महिला रुक्मणि ने कहा कि इसमें हरि परमात्म या किसी का कसूर नहीं है यह भगवान की मर्जी थी किसी पर उंगली उठाना ठीक नहीं।