Faridabad/Alive News: आजकल के आधुनिक दौर में मैट्रीमोनियल साईट पर अपना जीवन साथी तलाशना बहुत से लोगो का एक माध्यम है। इस तरीके से जीवन साथी को ढूंढना सुगम भी हैं लेकिन अधुरी जानकारी से मैट्रीमोनियल साईट पर जीवन साथी की तलाश लोगो के लिए विपत्ति भी बन जाती हैं। कुछ लोग मैट्रीमोनियल साईट पर झूठे प्रोफाईल बनाकर लोगो को शादी का झूठा झांसा देकर इसकी एवज मे अलग-अलग बहाने बनाकर लोगो से पैंसे ऐंठते हैं। ऐसे ही लोगो से ठगी करने वाले एक गिरोह के 3 सदस्यों को साइबर अपराध थाना सेंट्रल ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से ए.टी.एम. कार्ड, लैपटॉप , 22 मोबाईल फोन , 58 सिम जिनमें 31 विदेशी सिम व 27 भारतीय सिम व 20 हज़ार नगद बरामद किए गए है।
डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी में Chinaeweze एंथोनी ओबियोरा, ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा व एक भारतीय आरोपी राहुल नारंग शामिल है। आरोपी Chinaeweze एंथोनी ओबियोरा व ओबिन्ना यूजीन ओरलुमा नाइजीरियन है। सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे। इसी तरह आरोपियो ने मैट्रीमोनियल साईट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद की निवासी एक महिला से 10 लाख 52 हजार रुपये धोखाधडी से हडप लिये। पीड़ित महिला की मुलाकात आरोपी आभट वर्मा से Bharat Matrimony Site नामक मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी। जहां पर आरोपी ने अपने आपको लंदन का रहने वाला बताया। उसे दोस्ती कर ली तथा उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके पश्चात आरोपी ने मिलने के लिए मुंबई भारत आने के बात कही।
कुछ समय पश्चात आरोपी लड़के ने पीड़िता महिला को फोन करके बताया कि 10 जनवरी 2023 को मुम्बई इंडिया आपसे मिलने आ रहा हूँ। उसके बाद अगले दिन पिडिता महिला के पास कई अलग-अलग नम्बरों से कस्टम, इन्कमटैक्स, मनी लोन्डरिंग और मनी ट्रान्सफर अधिकारी बनकर फोन आने लगे और फ्रॉडकर्ता ने कहा कि मुझे कस्टम अधिकारियों ने मुम्बई एयरपोर्ट पर पकड़ लिया है क्योंकि मेरे पास कुछ ज्वेलरी व लंदन करंसी है।
आप जब तक मुझे 5 लाख रूपए नही भेजोगी तब तक मुझे कस्टम , इन्कमटैक्स , मनी लोन्डरिंग और मनी ट्रान्सफर अधिकारियों द्वारा क्लीयरेंस नही मिलेगा। जो पीड़िता से टुकडो में 10 हज़ार रूपए साईबर ठगों द्वारा ठग लिए। जब महिला को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर अपराध मे लिखित दरखास्त दी जिस पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई।
पुलिस आयुक्त विकास अरोडा ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियो को जल्द पकडने के निर्देश दिये। जिसके तहत उपरांत डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के मार्गदर्शन में प्रबंधक थाना साइबर अपराध सतीश कुमार के नेतृत्व में निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह , नरेश कुमार, वसीम अहमद , महिला प्रधान सिपाही अन्जू , प्रधान सिपाही सन्दीप कुमार , सिपाही लक्ष्मण , सिपाही कर्मवीर , सिपाही परमिन्द्र , सिपाही शमशेर की टीम का गठन किया। तकनीक का प्रयोग करके कडी मेहनत से आरोपियो को साइबर फ्रॉड के मामले में दिल्ली के तिलक विहार एरिया से गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ए.टी.एम. कार्ड, लैपटॉप , 22 मोबाईल फोन , 58 सिम जिनमें 31 विदेशी सिम व 27 भारतीय सिम व 20 हज़ार नगद बरामद किए गए। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खाते में अब तक 70-80 भारतीय महिलाओं के साथ व इसके अलावा Dating APP’s पर अपना interest दिखाने वाली विदेशी महिलाओं के साथ भी फ्रॉड किया है।
जो 4 फर्जी अकाउटों की स्टेटमैंन्टों से 2 माह में करीब 2 करोड के लगभग रूप्ये का फाँड होना पाया गया है । 4 फर्जी अकाउटो के माध्यम से बिटकोईन में बदलकर नाईजिरिया भेज दिये। आरोपियों को पूछताछ के लिए 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ के बाद आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा।