Faridabad/Alive News : हरियाणा में मनोहर लाल सरकार की कार्य संस्कृति ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसते हुए ईमानदार कार्यसंस्कृति से राज्य के नवनिर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है। ये विचार हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने हरियाणा में बीजेपी सरकार के 1 हजार दिन पूरे होने पर व्यक्त किए। विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा में पारदर्शिता से काम करने वाली ये पहली सरकार है। उन्होने कहा कि पहले की सरकारों में नौकरियों में,उद्योगों में ,तमाम सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार चरम पर था लेकिन मनोहर सरकार में भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं के लिए कोई जगह नहीं है और भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टोलरेंस नीति है।
विपुल गोयल ने कहा कि कई क्षेत्रों में हरियाणा देश के तमाम राज्यों के लिए मॉडल बन गया है। उन्होने कहा कि सबसे बड़ी बात ये है कि इस सरकार ने राजनीति को परे रखते हुए सभी 90 हलकों में विकास कार्य करवाए हैं। उन्होने कहा कि पहले की सरकारों में नौकरियां नीलाम होती थी लेकिन अब योग्यता ही नौकरी पाने का पैमाना है। पहले की सरकारों में कर्मचारियों को ट्रांसफर के लिए ,औद्योगिक ईकाई लगाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी ,सरकारी दफ्तरों में लोग दलाली करते थे। लेकिन अब भ्रष्टाचार पर लगाम कसते हुए सरकार ने ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर कर्मचारियों का भला किया तो साथ ही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से उद्योगपतियों की सभी समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे किया जाता है। उन्होने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट ही हरियाणा में औद्योगिक निवेश और रोजगार का आधार बनने वाला है।
उन्होने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट से उद्योगों को स्किल्ड स्टाफ मिलेगा तो युवाओं को रोजगार मिलेगा। स्किल डेवलेपमेंट को आगे बढ़ाने के लिए किए फैसलों की जानकारी देते हुए उन्होने कहा कहा कि हर जिले में एक आईटीआई को मॉडर्न आईटीआई बनाया जा रहा है जिनका विकास सिंगापुर और जर्मनी की तर्ज पर होगा। साथ ही आईटीआई पास छात्र ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकें इसके लिए पृथला के दुधौला में स्किल डेवलेपमेंट यूनिवर्सिटी का निर्माण जारी है। उन्होने कहा कि हरियाणा के नवनिर्माण के लिए बीजेपी सरकार के कार्यों और कार्य संस्कृति ने एक बेहतर भविष्य की बुनियाद रखी है जिसके सकारात्मक परिणाम आने वाले दिनों में स्पष्ट दिखाई देंगे।
विपुल गोयल ने कहा कि पर्यावरण मंत्री के तौर पर ढ़ाई करोड़ पौधे लगाने के लिए हरित हरियाणा अभियान,उद्योग मंत्री के तौर पर औद्योगिक क्षेत्रों में विकास के लिए बजट और व्यापार के नियमों को आसान करना,एमएसएमई सम्मेलन करवाना,औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए मॉडर्न आईटीआई,ड्राइवर स्किल जैसी योजनाएं शुरू कर उन्होने हर क्षेत्र में मिशन की तरह काम करने की कोशिश की है। उन्होने कहा कि हरियाणा 3 साल पहले से तुलना करें तो शिक्षा,स्वास्थय,सुरक्षा,लिंगानुपात हर क्षेत्र में सुधार साफ देखा जा सकता है।