November 16, 2024

ये होगा दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का सही मुहूर्त

Faridabad /Alive News : छोटी दीवाली के बाद बड़ी दीवाली और गोर्वधन-विश्वकर्मा पूजा के साथ भईया दूज का समय तालिका के अनुसार लगातार एक के बाद एक का आना लोगों में उत्सुकता का विषय पैदा कर देता है। दीवाली के शुभ अवसर पर जब लोगों के घरों में रंग-रोगन के साथ सजावट शुरू हो जाती है। तो ऐसे अवसर पर आलोकिक व परलोकिक साम्रगी से मुक्त कुवेर महाराज लक्ष्मी के साथ योग बनाकर घर में प्रवेश करते है। प्रत्यक्ष धन ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी व कुवेर भगवान है।

दीवाली के शुभ अवसर पर कुवेर कलश की प्राण प्रतिष्ठा पूजन आदि घर और व्यवसाय स्थल करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और लम्बे समय तक घर में सुख-समृद्धि बनी रहती हैै। दीवाली के दिन लक्ष्मी मंत्र का उच्चारण धन-वैभव का योग बनाता है। यह जानकारी बांके बिहारी मन्दिर के आचार्य श्री संतोष महाराज ने दी। उन्होनें कही कि वीरवार की दीवाली के दिन पूजा का उचित समय होने पर पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है। उनके अनुसार किस दिन, किस-किस त्यौहार के लिए पूजा का समय उचित होगा।

वह इस प्रकार से है।
पूजा का समय :
दीवाली के दिन पूजा का सही समय 19 बजकर 22 मिनट से 20 बजकर 56 मिनट शुभ समय 20 बजकर 56 मिनट से 22 बजकर 32 मिनट अमृत समय 22 बजकर 32 मिनट से 12 बजकर 6 मिनट तक चंचल 3 बजकर 15 मिनट से 4 बजकर 15 मिनट के बीच का समय लाभकारी होगा।

दीवाली पर राहुकाल का समय
राहुकाल का समय 12:06 से 13:31 तक इस समय के अंतराल में कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए।

गोर्वधन पर पूजा का समय
12:06 से 13:30 तक शुभ समय 16:20 से 17:45 तक चंचल समय
20:55 से 22:30 तक लाभ समय 12:06 से 1:41 तक का समय शुभ रहेगा।

राहुकाल का समय
राहुकाल का समय 10:40 से 12:05 के बीच तक का होगा, इस समय के अंतराल में कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए।

भईया दूज में तिलक करने का शुभ समय
7:51 से 9:16 का समय शुभ 12:05 से 13:30 तक का समय चंचल 13:30 से 14:55 तक लाभ समय 14:55 से 16:16 तक चंचल समय 17:44 से 19:19 तक लाभ समय 20:55 से 22:30 तक का समय शुभ होगा।

राहुकाल का समय
9:16 से 10:40 तक के बीच का समय राहुकाल होगा, इस समय के अंतराल में कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए।