January 24, 2025

टीन के कोविड केयर सेंटर में तीन घंटे बिजली रही गुल, मरीज और तीमारदारों ने पेड़ के नीचे लू के थपेड़ो में बिताया समय

Faridabad/Alive News : रविवार को जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में कई घंटो तक बिजली गुल रहने से मरीज और तीमारदार पूरे दिन गर्मी से बेहाल रहे। इसमें सबसे ज्यादा परेशान उल्टी, दस्त के मरीज रहे। अस्पताल में बिजली सुबह आठ बजे से गुल रही। मरीज सवा तीन घंटे तक बिजली के इंतजार में इधर-उधर भटकते रहे और बाद में केयर सेंटर से निकलकर पेड़ की छांव में आसरा लेते दिखाई दिए। अस्पताल में बिजली जाने के बाद जनरेटर ना चलने का कारण बैटरी चोरी होना बताया जा रहा है।

जनरेटर की बैटरी हुई चोरी
कोरोना के मामले बढ़ने के साथ नागरिक अस्पताल में 102 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया गया था। लेकिन इन दिनों कोरोना के मामले कम आने के कारण इस अस्पताल में टीबी, डायरिया के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। यह पूरा अस्पताल टीन से बना हुआ है। अस्पताल बनने के साथ ही बेहतर सुविधाओं में जेनरेटर की भी सुविधा दी गई थी। लेकिन मरीजों ने बताया कि करीब पांच दिन पहले ही अस्थायी अस्पताल के जेनरेटर की बैटरी चोरी हो गई थी, जिसका नागरिक अस्पताल प्रबंधन ने मामला भी दर्ज कराया है। लेकिन जनरेटर में नई बैटरी नहीं लगाई है।

बिजली की उम्मीद छूटी केयर सेंटर से बाहर टहलते नजर आए मरीज
रविवार की सुबह बिजली गुल होने से पूरे अस्पताल का एसी और लाइट बंद हो गई। बिजली की उम्मीद छूटने पर ओपीडी वार्ड और टीन से बने अस्थायी अस्पताल तपने लगा। जिसके बाद मरीजों का अस्पताल के अंदर बैठना मुश्किल हो गया और अधिकतर मरीज और तीमारदार अपने छोटे छोटे बच्चों को लेकर अस्पताल के बाहर पेड़ की छांव में खड़े दिखाई दिए। मरीज और उनके तीमारदारों को घंटो लू के थपेड़ों में रहना पड़ा। मरीजों के तीमारदारों ने कई बार इसकी शिकायतें भी कीं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

अस्पताल में स्टाफ की है कमी
जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या कम होने के कारण मरीज को इलाज के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। आलम यह है कि सरकार ने करोडो रूपये खर्च कर अस्पताल में वैंटिलेटर की सुविधा तो दी है पर स्टाफ की कमी के कारण वैंटिलेटर अस्पताल में पड़े जंग खा रहे है। ऐसे ही एक नजारा आज बीके अस्पताल में देखने को मिला जब एक बच्ची घायल अवस्था में इलाज के लिए पहुंची पर डॉक्टर नही मिले।

इस संबंध में अस्पताल की पीएमओ सविता यादव से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया। जिले की स्वास्थ्य सेवाएं तेज तर्रार स्वास्थ्य मंत्री के होते राम भरोसे चल रही हैं।