December 18, 2024

बीके अस्पताल में डॉक्टर की कमी, मरीजों का नहीं हो पा रहा अल्ट्रासाउंड

जिला नागरिक अस्पताल (बीके) में रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण सभी मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं।

Faridabad/Alive News: जिला नागरिक अस्पताल (बीके) में रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण सभी मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल रही। ऐसे में मरीज प्राइवेंट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर निर्भर हो गए हैं। इससे उनपर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

नागरिक (बीके) अस्पताल में रोजाना उपचार कराने के लिए 2500 से 3000 मरीज आते हैं। प्रतिदिन करीब 150 से 200 मरीजों को अल्ट्रासाउंड लिखकर दिया जाता है, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर की कमी होने के कारण मरीजों को बाहर जाकर 1000 रुपए खर्च कर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि पहले ओपीडी में ड्यूटी छोड़कर दिनभर लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते हैं और उसके बाद डॉक्टर द्वारा बाहर से अल्ट्रासाउंड लिख दिया जाता है। बीके अस्पताल में बताया गया कि अल्ट्रासाउंड सप्ताह में सिर्फ तीन दिन होता है। मरीजों को सरकारी अस्पताल में इलाज कम और परेशानी ज्यादा मिल रही है।

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क्या कहना है मरीजों

पलवल से ईलाज कराने के लिए बीके अस्पताल आया था, मुझे पत्थरी की शिकायत है जिसको लेकर डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड लिखा। अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए डाॅक्टर की कमी होने के कारण प्राइवेंट अल्ट्रासाउंड सेंटर से एक हजार देकर अल्ट्रासाउंड कराना है।
ईश्वर, पलवल निवासी

अस्पताल में सिर्फ तीन दिन अल्ट्रासाउंड होते हैं। पहले दिन नंबर ही नहीं आया था, अब डॉक्टरों ने बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कह दिया है। कंपनी से छुट्टी करके बार बार अस्पताल के चक्कर काटने से नुकसान हो रहा है।
सुनीता देवी, डबुआ।

क्या कहना है कार्यकारी प्रधान चिकित्सा अधिकारी का

अस्पताल के अल्ट्रासाउंड केन्द्र में केवल एक ही डॉक्टर तैनात है। उनकी ड्यूटी भी सप्ताह में केवल तीन बार ही लगती है जिसकी वजह से सभी मरीजों का अल्ट्रासाउंड नही हो पाता है। उसमें गर्भवती और अस्पताल में भर्ती मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हो पाता है।
-विकास गोयल, कार्यकारी प्रधान चिकित्सा अधिकारी।