Chandigarh/Alive News: साध्वी यौन शोषण के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद बाबा राम रहीम के पेट में बुधवार शाम को अचानक दर्द हुआ। इसके बाद पीजीआई में पांच डॉक्टरों की टीम ने राम रहीम की जांच की। एंडोस्कॉपी और अन्य जांच कराने के बाद डॉक्टरों की सलाह के बाद पीजीआई में राम रहीम को कुछ दवाएं दी गई। आराम मिलने के बाद राम रहीम को सुबह करीब पौने दस बजे वापस जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात राम रहीम के पेट में दर्द की शिकायत होने पर जेल प्रबंधन ने पीजीआई के डॉक्टरों से संपर्क किया। उसके बाद डॉक्टरों की एक टीम जेल पहुंची और बाबा राम रहीम की कुछ जरूरी जांच करने की सलाह दी। गुरुवार सुबह राम रहीम को पीजीआई लाया गया और पूरी जांच कराई गई। पीजीआई रोहतक में डॉक्टरों की एक टीम ने राम रहीम की मेडिकल जांच की और उचित ट्रीटमेंट करने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। अभी जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
जानकारी के मुताबिक लगभग 20 दिन पहले भी घबराहट होने के कारण राम रहीम को 22 घंटे के लिए पीजीआई में दाखिल कराया गया था। गुरमीत राम रहीम को बीपी कम होने पर पीजीआई में दाखिल कराया गया था। सुनारिया जेल में अचानक बीपी कम होने के कारण हालत बिगड़ती देख जेल प्रबंधन की ओर से इस बात की सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई थी। डॉक्टरों की टीम की ओर से लिए गए निर्णय के बाद उसे पीजीआई में दाखिल कराया गया।
ठीक होने के बाद राम रहीम ने 17 मई को मां की बीमारी का हवाला देकर 21 दिन की इमरजेंसी पैरोल की मांग की थी। सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सुनारिया जेल अधीक्षक ने डेरा मुखी को एक डीएसपी और 12 पुलिसकर्मियों के साथ सुबह 6:14 बजे गुरुग्राम के मानेसर में स्थित फार्म हाउस पर मां से मिलने के लिए भेजा। मुलाकात के बाद शाम 6:25 बजे उसे वापस सुनारिया जेल लाया गया।