Faridabad/Alive News : डी.ए.वी. शताब्दी कालेज, फरीदाबाद में चल रहे एन.एस.एस. के सात दिवसीय विशेष शिविर का तीसरा दिन था। तीसरे दिन के प्रात: कालीन सत्र में डॉ.सुनीति आहूजा ने शिविर में भाग ले रहे छात्र-छात्राओं को नि:स्वार्थ सेवा के सही मायने समझायें। उन्होंने स्वयंसेवक छात्र-छात्राओं से कहा कि सच्ची सेवा तो वो है कि हम एक हाथ से किसी की सहायता करे तो दूसरे हाथ को पता भी न चलें। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि ‘‘सेवा परमो धर्म’’ ही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए।
उन्होंने स्वयंसेवको को समझाया कि अपने लिए जीऐ तो क्या जीऐ वही जीवन सफल है जो दूसरों के काम आऐ। स्वयंसेवक छात्र-छात्राओं ने अपने दिन की शुरुआत योगा अभ्यास से की। इस सत्र का उददेश्य छात्र-छात्राओं को स्वस्थ्य शरीर का महत्व समझाना था। डॉ.सुनीति आहूजा का मानना है कि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मस्तिक का वास होता है। इसके बाद स्वंयसेवक छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रांगण में चल रहे जरुरतमंद बच्चों के स्कूल में पढाया व उन्हे रोचक जानकारियॉ दी। साथ ही वहॉ राष्ट्रगाण प्रतियोगिता कराई गई जिसमें विजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए।
वहॉ पौष्टिक आहार जैसे दूध की बोतलें, फल आदि वितरित किए गए। फिर स्वयंसेवक छात्र-छात्राऐं एन.एच.-3 स्थित नेत्रहीन बच्चों की संस्था में गए। वहां उन्होंने नेत्रहीन बच्चों को आत्मनिर्भर होकर काम करते देखा। उनकी काम को परिपूर्णता से करने की क्षमता को देखकर तो छात्र-छात्राऐं प्रभावित हुए।
उनकी रसोई की साफ-सफाई व कम्पयूटर पर काम करने की क्षमता तो देखते ही बन रही थी। फिर स्वच्छ भारत अभियान पर एक मिमिकरी का आयोजन किया गया जिसमे अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया गया था। देर शाम के सत्र में आई टी एक्पर्टस द्वारा कैश लैस व डिजिटल इंडिया पर टे्रनिंग का सेशन प्राचार्य डा.सतीश आहूजा की मौजूदगी में हुआ।