Faridabad : यहां तो पुलिस वाले शराब बेच रहे हैं…पुलिस क्षेत्र की जनता का सहयोग कम शराब माफिया और कब्जेधारियों का सहयोग ज्यादा कर रही है। थाना सारन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पर्वतीया चौकी शराब माफिया और कब्जेधारियों के प्लानिंग का प्वाईंट बना हुआ है। चौकी इंचार्ज से लेकर कांस्टेबल तक अवैध उगाही में लगे हुए हैं। पर्वतीया चौकी फरीदाबाद की ऐसी चौकी है जिसमें शिकायतें महीनों धूल फांकती रहती हैं और शिकायतकर्ता हिम्मत हार जाते है। चौकी इंचार्ज से लेकर आई.ओ तक शराब माफिया और कब्जेधारियों की अगुवाई में मस्त रहते है।
चौकी के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में कालोनी और एक गांव आता है। इतने कम क्षेत्रफल में शराब तस्करों के कई अड्डे मौजूद हैं। जिनमें शराब की तस्करी से लेकर कई मादक पदार्थो को बेचा जाता है। अगर इन तस्करों और माफियाओं के खिलाफ कोई शिकायत करता है तो पुलिस शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखने की बजाय माफियाओं को बता देती है। इससे ‘पुलिस एक दोस्त’ अभियान की भी अवेहलना हो रही है। यह वृतांत एक शिकायतकर्ता ने नाम न छापने की एवज में बताया। उधर, क्षेत्र के पुलिस कमीश्रर सुभाष यादव पुलिस-पब्लिक में सामजस्य स्थापित करने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है।
पुलिस कमीश्रर के व्यक्तित्व के कारण फरीदाबाद की जनता पुलिस के सहयोग के लिए तत्पर रहती है। जिसका उदाहरण क्षेत्र में चले जाट आंदोलन को माना जा सकता है। उनकी सहयोगपूर्ण नीति के कारण फरीदाबाद आंदोलन की आग से दूर रहा। लेकिन पर्वतीया चौकी की पुलिस उनके नियमों से उलट कार्यों में लगी हुई है। इस चौकी में कुछ आई.ओ सालों से जमे हुए हैं। जो इस क्षेत्र के हर अवैध कार्य करने वाले व्यक्ति के पार्टनर हैं। और उनके लिए हर अवैध कार्य कानून को ताख पर रखकर कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार थाना सारन एस.एच.ओ भी उनकी करतूतों से तंग आ चुके हैं।
क्योंकि शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्यवाही न होने पर वह थाना एस.एच.ओ तक पहुंच जाते है और तब जाकर उनकों न्याय मिलता है। चौकी में कई सालों से जमे पुलिसकर्मियों से तंग शिकायतकर्ता उनकी शिकायत पुलिस कमीश्रर को करने की बात कहते है तो इंचार्ज से लेकर आई.ओ. तक हंसकर जवाब देते हैं कि इस सरकार में तो उनका कोई बाल भी बांका नही कर सकता और आने वाली चौटाला की सरकार में उनका किसी से कुछ हो नही सकता। अब देखना यह है कि पुलिस कमीश्रर सुभाष यादव पर्वतीया चौकी में चल रही पुलिस की मनमानी को रोक पाते है या नही।