November 19, 2024

गांव झडौला में बाड़ों की जमीन को लेकर पंचायत अधिकारियों व ग्रामीणों में बना तनाव

Babain/Alive News : गांव झंडौला में बाड़ों की जमीन पर कब्जे को लेकर तनाव का माहौल बनता जा रहा है और ग्रामीणों में भारी रोष पनप रहा है। ग्रामीण सुरजीत सिंह, मलकीत सिंह, कुलविन्द्र सिंह, केहर सिंह, सोमनाथ, रविप्रकाश, सुनील कुमार, सुनहरी देवी, हरकेश, मेहर सिंह, पृथवी सिंह, किशना राम, विद्या देवी, सुखविन्द्र कौर, सर्वण कौर, उषा रानी, पाल कौर आदि का आरोप है कि इस भूमि पर पिछले करीब 50 वर्षो को बाडों के रूप में प्रयोग कर रहे है।

लेकिन कुछ ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन इस जमीन को छुडवाने के लिए दबाव बना रहा है जबकि इस भूमि को लेकर पंचायत और कब्जाधारियों के बीच कोर्ट मेें केस विचारधीन है लेकिन पंचायत अधिकारी उपरोक्त भूमि को खाली करवाने के चक्कर में गांव में माहौल खराब कर रहे है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि पंचायत अधिकारियों के द्वारा कोर्ट में मामला विचारधीन होने के बावजूद उनसे उपरोक्त भूमि खाली करवाने का प्रयास किया तो मौके पर किसी भी अनहोनी के जिम्मेवार संबंधित अधिकारी होंगे।

उन्होंन जिला उपायुक्त केे माध्यम से मांग करते हुए कहा कि जब तक मामला कोर्ट में विचाराधीन है तब तक उन्हें उपरोक्त जमीन से बेदखल नहीं होने दिया जाए यदि बावजूद इसके प्रशासन के द्वारा जबरदस्ती इस भूमि से उन्हें बेदखल करने का प्रयास किया तो पंचायत विभाग के अधिकारी कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करेंगे बल्कि तो इससे पूरे गांव मे स्थिति तनाव पूर्ण बन जाएगी ऐसे में पचायत विभाग के अधिकारीयों को उपरोक्त जमीन से कब्जा लेने से पहले कोर्ट के ओदशों की पालना कर कोर्ट के फैसले का इतजार करें।

क्या कहते है खंड विकास एंव पंचायत अधिकारी ?
जब इस मामले के बारे में खंड विकास एंव पंचायत अधिकारी अग्रेंज सिंह मोर से बात की गई तो उनका कहना था कि गांव झंडौला में जिस जमीन पर घर बने हुए है उस जमीन का कोर्ट में केस विचारधीन है और इसके इलावा अन्य खाली पड़ी जमीन को लेकर कोर्ट में कोई मामला नहीं है।